By अंकित सिंह | Aug 17, 2020
15 अगस्त 2020 को लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय कैडेट कोर की विस्तार का ऐलान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम एक लाख कैडेटों को परीक्षण देंगे और हमारा प्रयास होगा कि उनमें से एक तिहाई लड़कियां हो। मोदी ने राष्ट्रीय कैडेट कोर का दायरा सीमावर्ती और तटीय क्षेत्रों तक बढ़ाने की भी योजना की घोषणा की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री के घोषणा के बाद एनसीसी के विस्तार से जुड़े प्रस्तावों को मंजूरी दे दी। अब इसके तहत 173 बॉर्डर और तटीय जिलों के युवाओं को बड़े पैमाने पर अपनी भागीदारी निभाने का मौका मिलेगा। इसके लिए अब एनसीसी में एक लाख कैडेट्स की भर्ती की जाएगी। इस योजना के तहत एक हजार से ज्यादा स्कूल और कॉलेजों को चिन्हित किया गया था।
सरकार की मंजूरी मिलने के बाद इस प्लान के तहत कुल 83 एनसीसी यूनिट को अपग्रेड किया जाएगा। वर्तमान की बात करें तो सेना की सीधी देखरेख में काम करने वाली इन 83 यूनिट्स में थल सेना के 53, नौ सेना की 20 और वायु सेना की 10 यूनिट तैनात है। अपने घोषणा में प्रधानमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सेना कैडेटों को परीक्षण देगी, तटीय क्षेत्रों में नौसेना प्रशिक्षण देगी तथा जहां भी वायु सेना के अड्डे हैं वहां वायु सेना इन कैडेटों को परीक्षण देगी। इस ऐलान के तहत सशस्त्र सेनाओं में करियर के लिए युवाओं में आवश्यक कौशल का विकास भी कराया जाएगा। 100000 कैडेट में 33000 लड़कियां शामिल होंगी। सरकार ने यह भी कहा है कि इस प्लान से ना सिर्फ युवाओं को सैन्य ट्रेनिंग और अनुशासन पूर्ण जीवन के जानकारी मिलेगी बल्कि वह सेना में शामिल होने को लेकर भी उत्साहित होंगे।
प्रधानमंत्री के इस घोषणा का सैकड़ों एनसीसी कैडेटों ने स्वागत किया है। रक्षा मंत्रालय अब इस योजना को पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए कमर कस चुका है। प्रधानमंत्री के इस ऐलान का आगे किस तरीके से अमल में लाया जा सकेगा इसको लेकर रणनीति बनाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एस ऐलान के बाद युवाओं में देश की सेना में शामिल होने के लिए उत्साहवर्धन तो बढ़ेगा ही इसके अलावा उन्हें भविष्य में सेना में अपना करियर बनाने का विकल्प भी मिल सकता है। आपको बता दें कि भारत में राष्ट्रीय कैडेट कोर उच्च विद्यालयों, महाविद्यालयों और पूरे भारत में विश्वविद्यालयों से कैडेटों रंगरूटों जो एक स्वैच्छिक संगठन है। कैडेटों छोटे हथियारों और परेड में बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता है।