भोपाल। मध्यप्रदेश भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार शाम को राज्यपाल लालजी टंडन से मिला और आरोप लगाया कि विधानसभा सचिवालय पर भाजपा के एक विधायक का त्यागपत्र मंजूर करने के लिए दबाव डाला जा रहा है। भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात की और इस संबंध में ज्ञापन सौंपा। चौहान ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा विधायक शरद कोल (ब्योहारी) ने हमारे साथ राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें बताया कि उनका त्यागपत्र स्वीकृत करने से पहले उन्होंने इसे वापस लेने का आवेदन भी दे दिया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब हमें जानकारी मिली है कि स्पीकर विधानसभा सचिवालय पर कोल का त्यागपत्र स्वीकार करने के लिए दबाव बना रहे हैं।’’ चौहान ने कहा कि हमने राज्यपाल से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। शरद कोल ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने प्रशासन से दबाव डलवाकर इस्तीफा लिखने के लिए मजबूर किया था। कोल ने कहा, ‘‘लेकिन मैंने 12 मार्च को विधानसभ सचिवालय और स्पीकार को मेल कर अपना त्यागपत्र वापस लेने की अपील की थी। मैंने स्पीकार से मिलने की भी कोशिश की लेकिन उन्होंने मिलने का समय नहीं दिया। इसके बाद मैंने 16 मार्च को विधानसभा सचिव को अपना इस्तीफा वापस लेने का आवेदन सौंपा था।