By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 31, 2024
कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के संदेशखली में एक कार्यक्रम में शामिल होने के एक दिन बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने उसी स्थान पर एक रैली की और आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार ने अपनी पार्टी के नेताओं के कथित दुराचार के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली महिलाओं के विरुद्ध झूठे आरोप मढ़े हैं। उत्तर 24 परगना जिले में सुंदरबन की सीमा पर स्थित इस द्वीपीय इलाके में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अधिकारी ने बनर्जी को शरारतपूर्ण इरादे वाला व्यक्ति करार दिया।
उन्होंने संकल्प लिया कि 2026 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के सत्ता में आने पर तृणमूल के स्थानीय नेताओं के कथित अत्याचारों की जांच के लिए एक आयोग गठित किया जाएगा। अधिकारी ने कहा, ‘‘ममता बनर्जी ने 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले संदेशखली में माताओं और बहनों की गिरफ्तारी की साजिश रची थी। तृणमूल के शाहजहां शेख जैसे स्थानीय बाहुबली नेताओं द्वारा किये गये दुराचार के खिलाफ आवाज उठाने पर उनके (माता-बहनों के) विरुद्ध झूठे आरोप लगाए गए और उन्हें गिरफ़्तार किया गया। अगर भाजपा सत्ता में आती है तो आप (ममता बनर्जी) इस तरह के उत्पीड़न को बढ़ावा देने के लिए कार्रवाई का सामना करेंगी।’’
संदेशखली में 2024 की शुरुआत में स्थानीय टीएमसी नेताओं द्वारा कथित तौर पर जमीन हड़पने और महिलाओं के यौन उत्पीड़न को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे। इन विरोध प्रदर्शनों के बाद पहली बार संदेशखली की यात्रा पर आईं बनर्जी ने सोमवार को वहां के निवासियों से राज्य द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसी को भी पैसे न देने को कहा था।
अधिकारी ने दावा किया कि भाजपा ने 2021 के विधानसभा चुनावों में नंदीग्राम से और 2024 के लोकसभा चुनावों में तमलुक से एकजुट हिंदू वोटों के कारण जीत हासिल की थी। उन्होंने कहा कि यह गति जारी रहेगी। तृणमूल पर अनुचित चुनावी उपायों का सहारा लेने का आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया कि बशीरहाट से दिवंगत तृणमूल सांसद हाजी एसके नूरुल इस्लाम के नामांकन पत्र में काफी खामियां थीं और लोकसभा चुनावों में क्षेत्र से भाजपा की उम्मीदवार रेखा पात्रा ने चुनाव आयोग में शिकायत भी दर्ज कराई थी।