Prabhasakshi Exclusive: Russia-Ukraine के बीच जुबानी जंग भी तेज, Zelenskyy ने किया दावा- जल्द मर जाएंगे Putin और खत्म हो जायेगा युद्ध

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By नीरज कुमार दुबे | Mar 27, 2025

Prabhasakshi Exclusive: Russia-Ukraine के बीच जुबानी जंग भी तेज, Zelenskyy ने किया दावा- जल्द मर जाएंगे Putin और खत्म हो जायेगा युद्ध

प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) से जानना चाहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध में जमीनी हालात क्या हैं और संघर्षविराम के प्रयासों को कहां तक सफलता मिली है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर रूस के तीन साल लंबे और लगातार आक्रमण में शांति हासिल करना एक मुश्किल काम रहा है। हालांकि 25 मार्च को व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि रियाद में अमेरिकी, रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडलों के बीच तीन दिनों की गहन समानांतर वार्ता के बाद दोनों पक्ष समुद्री युद्धविराम समझौते पर पहुँच गए हैं। उन्होंने कहा कि लोकप्रिय रूप से "ब्लैक सी डे" के रूप में प्रचारित यह समझौता ब्लैक सी में रूस या यूक्रेन द्वारा बल के उपयोग को प्रतिबंधित करने और वाणिज्यिक जहाजों के खिलाफ शत्रुता को समाप्त करने पर केंद्रित है।


ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच एक चीज और देखने को मिल रही है कि एक दूसरे पर जुबानी हमले भी किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे ही एक हमले में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन "जल्द ही मर जाएंगे" और इससे दोनों देशों के बीच युद्ध का अंत हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पेरिस में एक साक्षात्कार के दौरान ज़ेलेंस्की की टिप्पणी रूसी राष्ट्रपति के स्वास्थ्य के बारे में व्यापक अटकलों के बीच आई है। उन्होंने कहा कि ज़ेलेंस्की ने बुधवार को फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन के साथ अपनी बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि पुतिन जल्द ही मर जाएंगे, और यह एक तथ्य है, और यह युद्ध समाप्त हो जाएगा।

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ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि जहां तक युद्धक्षेत्र की बात है तो वह वैसे ही चल रहा है जैसा पुतिन चलाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पुतिन आगे बढ़ते जा रहे हैं और जेलेंस्की एक देश से दूसरे देश जाकर मदद मांगते फिर रहे हैं लेकिन उन्हें अब तक कुछ ठोस हासिल नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि वह अपनी भूमि पुतिन के हाथों खोते जा रहे हैं और प्राकृतिक संसाधनों को डोनाल्ड ट्रंप के हाथों खो देंगे। उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर हमले इस सप्ताह बढ़ते नजर आये। उन्होंने कहा कि आपातकालीन सेवाओं और यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया है कि रूसी सेना ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव पर बड़े पैमाने पर ड्रोन हमला किया, जिसमें नौ लोग घायल हो गए और काफी नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय गवर्नर सेरही लिसाक ने बताया है कि रूसी ड्रोन हमले से केंद्रीय शहर द्निप्रो में भी आग लग गई। किसी के हताहत होने की तत्काल सूचना नहीं मिली। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के दक्षिणी बंदरगाह मायकोलाइव के मेयर ने कहा है कि रूसी ड्रोन के हमले के बाद बुधवार को शहर में आपातकालीन बिजली कटौती हुई। उन्होंने कहा कि यूक्रेनी सेना ने कहा कि उसकी वायु रक्षा इकाइयों ने रूस द्वारा लॉन्च किए गए 117 ड्रोन में से 56 को मार गिराया। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यूक्रेनी सेना ने रूस के इस आरोप को झूठा करार दिया है कि उसने रूस के कुर्स्क और ब्रायंस्क क्षेत्रों के साथ-साथ रूस के कब्जे वाले क्रीमिया में ऊर्जा सुविधाओं पर हमले किए हैं।


ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इसके अलावा, यूक्रेन पर चर्चा करने के लिए यूरोपीय शिखर सम्मेलन से पहले पेरिस में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन के साथ बोलते हुए, राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मॉस्को द्वारा काला सागर युद्धविराम के लिए अपनी शर्तें रखने के बाद वाशिंगटन के पास रूस को बिना शर्त युद्धविराम के लिए मजबूर करने की पर्याप्त शक्ति है। उन्होंने कहा कि वहीं क्रेमलिन ने कहा है कि मॉस्को अमेरिका के साथ अपने गहन संपर्क को जारी रखे हुए है और वाशिंगटन के साथ अब तक की बातचीत से प्रसन्न है। उन्होंने कहा कि क्रेमलिन के प्रवक्ता पेसकोव ने कहा है कि हम इस बात से संतुष्ट हैं कि हमारी बातचीत कितनी व्यावहारिक और रचनात्मक रूप से विकसित हो रही है और इसके कितने परिणाम मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा है कि अमेरिका सुरक्षित नौवहन की अनुमति देने के लिए काला सागर में यूक्रेन के साथ अमेरिका की मध्यस्थता वाले युद्धविराम पर "सैद्धांतिक रूप से" सहमत होने के बाद रूस द्वारा की गई मांगों का मूल्यांकन करेगा। उन्होंने कहा कि रुबियो ने कहा है कि अमेरिकी अधिकारी "रूस की स्थिति को पूरी तरह से समझने के लिए काम करेंगे, या बदले में वे क्या मांग रहे हैं", और फिर निर्णय लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समक्ष "इसे प्रस्तुत करेंगे"।


ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने भी एक साक्षात्कार में कहा है कि उन्हें लगता है कि रूस यूक्रेन के साथ अपने युद्ध को समाप्त करना चाहता है, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि मास्को "अपने कदम खींच सकता है"। उन्होंने कहा कि इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने कहा है कि यूक्रेन में रूस के कब्जे वाला ज़ापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र युद्ध विराम के कुछ महीनों के भीतर फिर से चालू हो सकता है, लेकिन सभी छह रिएक्टरों को फिर से चालू करने में एक वर्ष से अधिक समय लगेगा। उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने मास्को पर संयंत्र में सुरक्षा प्रबंधन करने में असमर्थ होने का आरोप लगाया है, क्योंकि उसने कहा था कि डीजल के भारी रिसाव की रिपोर्ट है। उन्होंने कहा कि वहीं रूस ने रिपोर्टों को "फर्जी" बताकर खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि जहां तक संघर्षविराम प्रस्ताव की बात है तो यह देखने को मिल रहा है कि अमेरिका अलग से रूस से बात कर रहा है और अलग से यूक्रेन से बात कर रहा है लेकिन मसले का समाधान तब तक नहीं निकलेगा जब तक रूस और यूक्रेन आमने सामने बैठकर बात नहीं करेंगे।

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