By अभिनय आकाश | Sep 10, 2024
वक्फ संशोधन बिल पर छिड़ी जंग में अब कट्टरपंथी जाकिर नाइक की एंट्री हो चुकी है। भगोड़ा जाकिर जहर उगल रहा है। वो देश के मुसलमानों को भड़का रहा है। कह रहा है कि वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ एकजुट हो जाओ। वो कह रहा है कि वक्फ बोर्ड की संपत्तियों की हिफाजत करो। मुसलमानों की भावी पीढ़ियों के लिए लड़ने का आह्नान जाकिर नाइक की तरफ से किया जा रहा है। उसने कहा है कि कम से कम 50 लाख मुसलमान एक साथ आ जाए और वक्फ संशोधन बिल के रिजेक्शन पर क्लिक करें। उसने वक्फ बिल के खिलाफ स्कैन अभियान भी शुरू कर दिया है। उसने मुसलमानों से अपील की है कि वे उसके द्वारा दिए क्यूआर कोड को स्कैन करे। जितने लोग इस मुहिम में हिस्सा लेंगे उनका मत संयुक्त संसदीय कमेटी तक पहुंचाया जाएगा।
जहरीले जाकिर नाइक का सोशल मीडिया पर ताजा पोस्ट सामने आया है। जाकिर नाइक ने वक्फ बोर्ड के खिलाफ मुहिम की शुरुआत क्यों की है? दरअसल, वक्फ बिल के खिलाफ इन दिनों कई मुस्लिम संगठन मुहिम चला रहे हैं। जाकिर नाइक इस मुहिम को हाईजैक कर खुद को मुसलमानों का असली रहनुमा साबित करना चाहता है। जाकिर कह रहा है कि कम से कम पचास लाख मुसलमानों को इस बिल के खिलाफ उसके अभियान से जुड़ना चाहिए। लेकिन इसके पीछे हो सकता है कि उसका असली मंसूबा 50 लाख मुसलमानों को उसके जहरीले एजेंडे से जोड़ना हो। 200 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी और मुंबई, पुणे में 20 फ्लैट का मालिक जाकिर नाइक साल 2016 से ही फरार है।
मलेशिया में रहकर जाकिर नाइक भारत के खिलाफ कट्टरपंथी एजेंडा चलाता है। नफरत फैलाने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के बीच 2016 में भारत से भाग गए थे। इस्लामिक उपदेशक को पिछली महाथिर मोहम्मद सरकार द्वारा मलेशिया में स्थायी निवास की अनुमति दी गई थी, जिससे भारत को काफी निराशा हुई थी। नाइक को कई बार अनवर इब्राहिम के साथ देखा गया है। ऐसे में अनवर इब्राहिम के इस दौरे पर जाकिर नाइक के वापसी की मांग उठने लगी है। भारत और मलयेशिया के संबंध खासे उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं। जाकिर नाइक को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में खटास आई। अब दोनों देशों की कोशिश है कि रिश्तों को वापस पटरी पर लाया जाए।
जहां तक वक्फ बोर्ड बिल के विरोध का सवाल है तो असदद्दीन ओवैसी जैसे नेता पहले से अभियान चला रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली में बैठकर वक्फ बोर्ड पर कानून बनाएंगे। अब वक्फ को कोई एक्शन लेना है तो पीएम नरेंद्र मोदी से पूछना पड़ेगा। वहीं अगर जाकिर के क्यू आर कोड की बात करें तो इस तरह के अभियान देश में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पहले से चला रहा है। पिछले हफ्ते जुमे की नमाज के बाद लखनऊ में पर्सनल लॉ बोर्ड ने मस्जिद के बाहर क्यू आर कोड लगाया था। मकसद सिर्फ और सिर्फ वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ मुसलमानों को जागरुक और एकजुट करना था।