By अभिनय आकाश | Sep 25, 2024
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी ने तिरुपति बालाजी मंदिर के लिए प्रसाद लड्डू बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले घी में मिलावट को लेकर मचे राजनीतिक बवाल के बीच राज्य के सभी मंदिरों में पूजा करने का आह्वान किया। वाईएसआरसीपी ने कहा है कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम की पवित्रता को बहाल करने के लिए पूजा की जाएगी। यह 23 सितंबर को तिरुपति मंदिर में चार घंटे के शांति होमम पंचगव्य प्रोक्षण (अनुष्ठान संबंधी पवित्रीकरण) के बाद हुआ है।
सीएम नायडू ने सबसे पहले आरोप लगाया था कि तिरुपति के लड्डू में जानवरों की चर्बी की मिलावट का दावा कर सनसनी मचा दी थी। इस दावे की पुष्टि बाद में लैब रिपोर्ट से हुई थी। जगन मोहन रेड्डी की सरकार के समय लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सस्ते और घटिया घी में गोमांस का तेल और चर्बी थी। इस घटना से लोगों में आक्रोश फैल गया। हालांकि, वाईएसआरसीपी ने इस आरोप का खंडन किया था और कहा था कि सस्ते गुणवत्ता वाले घी को तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी। प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में रेड्डी ने उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की और कहा कि तिरुपति को नियंत्रित करने वाली संस्था टीटीडी द्वारा हर प्रक्रिया का पालन किया गया था।
वाईएसआरसीपी ने घोषणा की है कि वह राज्य के सभी मंदिरों में पूजा-अर्चना करेगी ताकि तिरुपति मंदिर की पवित्रता को बहाल किया जा सके जिसे राज्य के सीएम नायडू ने कलंकित किया है। वाईएसआरसीपी ने आरोप लगाया है कि चंद्रबाबू ने झूठे दावे किए हैं और झूठ फैलाया है जिससे लोगों को गुमराह किया गया है और भगवान वेंकटेश्वर की पूजनीय छवि को कलंकित किया गया है। इसलिए पवित्रता बहाली की कवायद जरूरी थी।