By रेनू तिवारी | Feb 05, 2024
सीबीआई ने कहा कि दीप्ति आर पिन्नीति, जिन्होंने विभिन्न यूट्यूब वीडियो में दावा किया था कि श्रीदेवी की मौत पर भारत और यूएई सरकार के बीच लीपापोती हुई थी, वह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपने आरोप लगा रही हैं। स्वयंभू जांचकर्ता होने का दावा करने वाली भुवनेश्वर की रहने वाली दीप्ति के खिलाफ अब सीबीआई ने आरोप पत्र दाखिल किया है. दीप्ति ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर भी ऐसे ही सनसनीखेज दावे किए थे. फरवरी 2018 में बाथटब में डूबने से श्रीदेवी की दुबई में मौत हो गई। सुशांत सिंह राजपूत 14 जून, 2020 को अपने कमरे की छत से लटके हुए पाए गए थे।
यूट्यूबर ने श्रीदेवी की मौत पर सनसनीखेज दावे करने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया
सीबीआई ने एक स्वयंभू जांचकर्ता के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उसने अभिनेत्री श्रीदेवी की मौत के संबंध में यूट्यूब पर एक वीडियो में अपने दावों का समर्थन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित गणमान्य व्यक्तियों के ‘‘फर्जी’’ पत्र पेश किए। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। पिछले साल, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मुंबई की वकील चांदनी शाह की शिकायत के बाद भुवनेश्वर की दीप्ति आर पिन्नीति और उनके वकील भरत सुरेश कामथ के खिलाफ मामला दर्ज किया था। यह मामला प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा एजेंसी को भेजा गया था।
चांदनी शाह ने आरोप लगाया कि पिन्नीति ने कई दस्तावेज पेश किए, जिनमें प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के पत्र, उच्चतम न्यायालय से संबंधित दस्तावेज और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सरकार के रिकॉर्ड शामिल हैं, जो जाली प्रतीत होते हैं। श्रीदेवी और सुशांत सिंह राजपूत जैसे बॉलीवुड कलाकारों की मौत पर सोशल मीडिया चर्चाओं में पिन्नीति की सक्रिय सहभागिता रही है। फरवरी 2018 में यूएई के दुबई में श्रीदेवी की मृत्यु हो गई। श्रीदेवी की मौत के संबंध में, पिन्नीति ने एक साक्षात्कार में अपनी ‘‘जांच’’ के आधार पर ‘‘दोनों सरकारों के बीच लीपापोती’’ सहित सनसनीखेज दावे किए।
एक सवाल के जवाब में, पिन्नीति ने कहा, ‘‘यह विश्वास करना कठिन है कि सीबीआई ने मेरा बयान दर्ज किए बिना मेरे खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है...जब आरोप तय किए जाएंगे तो सबूत अदालत को दिए जाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि विचाराधीन पत्र उन्हीं प्राधिकारों के खिलाफ आरोप लगाते हैं जिनके तहत सीबीआई आती है, ऐसे में एजेंसी को सबूत इकट्ठा करने की जिम्मेदारी सौंपना हितों के टकराव का मामला है। पिछले साल पिन्नीति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद, सीबीआई ने दो दिसंबर को भुवनेश्वर में उनके आवास पर तलाशी ली थी, जिसमें फोन और लैपटॉप सहित डिजिटल उपकरण जब्त किए गए थे।
एक विशेष अदालत को सौंपी गई सीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, जांच से पता चला कि यूट्यूब पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री से संबंधित उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए दस्तावेज़ ‘‘जाली’’ थे। एजेंसी ने पिन्नीति और कामथ के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की 120-बी (आपराधिक साजिश), 465, 469 और 471 सहित संबंधित धाराओं के तहत आरोप पत्र दाखिल किया है। मुंबई की वकील चांदनी शाह ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था, ‘‘संदिग्ध दीप्ति पिन्नीति ने श्रीदेवी की मौत के मामले में बार-बार सरकार पर अजीबोगरीब आरोप लगाकर वर्तमान सरकार की छवि खराब की।