By अनुराग गुप्ता | Jun 17, 2022
नयी दिल्ली। सेना की नई भर्ती योजना 'अग्निपथ' को लेकर बवाल कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सबसे ज्यादा उपद्रव बिहार में देखने को मिला, जहां पर एक के बाद एक प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन को डिब्बों को आग के हवाले कर दिया। इसके साथ ही बिहार के बिहिया रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर से प्रदर्शनकारियों ने 3 लाख रुपए की लूटपाट की।
इसी बीच सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्षी पार्टियों के बयान सामने आ रहे हैं। ऐसे में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रदर्शनकारियों से रेलवे संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील की है। जबकि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने युवाओं से प्रति अपनी चिंता व्यक्त की है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 4 साल बाद जब 22-23 साल का लड़का वापस अपने घर लौटेगा और बेरोज़गार होगा तो क्या होगा। क्या इतने लोगों को पुलिस में भर्ती करेंगे। जो भर्ती हो गया वो ठीक और जो नहीं हुआ वो, उनको तो बंदूक चलाना आ गया है। इस प्रकार आप उन्हें आधा अधूरा छोड़ देंगे तो वे गिरोह बनाकर आपराधिक घटनाओं में भी शामिल हो सकते। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार के इरादे नेक नहीं है।
अब तक 35 ट्रेनें हुई रद्द
अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन के चलते अब तक 200 से अधिक ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। जबकि बुधवार को प्रदर्शन शुरू होने के बाद से 35 ट्रेनें रद्द हो चुकी हैं। प्रदर्शन का सबसे अधिक प्रभाव पूर्व मध्य रेलवे पर पड़ा है जिसके अंतर्गत बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कई हिस्से आते हैं। इन राज्यों में व्यापक स्तर पर प्रदर्शन देखा गया है।
युवाओं को होगा लाभ
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अग्निपथ योजना में शामिल होने की अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाने के केंद्र के फैसले से बड़ी संख्या में युवाओं को फायदा होगा। अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘‘पिछले दो साल में कोरोना वायरस महामारी के कारण सेना में भर्ती की प्रक्रिया प्रभावित हुई, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं की चिंता करते हुए अग्निपथ योजना के तहत पहले साल में उम्र सीमा में 2 वर्ष की रियायत देकर इसे 21 साल से 23 साल करने का संवेदनशील निर्णय लिया है।’’
उन्होंने ट्वीट किया कि इस निर्णय से बड़ी संख्या में युवा लाभान्वित होंगे और वे अग्निपथ योजना के माध्यम से देशसेवा एवं अपने उज्ज्वल भविष्य की दिशा में आगे बढ़ेंगे।