By अनुराग गुप्ता | Jun 16, 2022
पटना। बिहार में सेना की नई भर्ती योजना 'अग्निपथ' के खिलाफ लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी विरोध-प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में आग लगा दी और पथराव किया। जिसको देखते हुए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और रेलवे पटरियों पर धरना देने वाले युवाओं को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। इसी बीच प्रदेश के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद का बयान सामने आया। जिसमें उन्होंने कहा कि शायद सही तरीके से इस योजना को युवा समझ नहीं पाए हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि इस योजना को शायद सही तरीके से नौजवान समझ नहीं पाए हैं, या कहीं न कहीं कोई भ्रम की स्थिति है जिस कारण से समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। लेकिन धीरे-धीरे ये भ्रम दूर होगा। उन्होंने कहा कि आपके (युवा) जीवन में सेवा का अवसर आए इसके लिए केंद्र व राज्य सरकारें गंभीर हैं।
कई राज्यों में हुआ प्रदर्शन
आपको बता दें कि सेना में भर्ती की नई प्रणाली से नाराज प्रदर्शनकारियों ने रेलवे संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। प्रदर्शनकारियों ने भभुआ और छपरा स्टेशन पर बोगियों में आग लगा दी और कई जगहों पर डिब्बों के शीशे तोड़ दिए। भोजपुर जिला मुख्यालय आरा में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन को घेर लिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। अग्निपथ भर्ती योजना के खिलाफ बिहार के अलावा दिल्ली, हरियाणा समेत कई राज्यों में प्रदर्शन हुआ।