By रेनू तिवारी | Oct 04, 2024
उत्तर प्रदेश के आगरा से एक बहुत ही दुखद घटना सामने आयी हैं। जब से यह साइबर क्राइम से जुड़े अपराध औऱ ये फर्जी कॉल का गिरोह चला है तब से लोगों को अधिक सावधान रहने की आवश्यकता हो गयी है। इस बार मामला फर्जी कॉल का है लेकिन ये कॉल जानलेवा हो गयी है। आगरा में एक सरकारी स्कूल की शिक्षिका की हृदयाघात से मौत हो गई, जब उन्हें कथित तौर पर साइबर जालसाजों से फोन आया कि उनकी बेटी सेक्स स्कैंडल में फंस गई है, ऐसा उनके परिवार ने गुरुवार को दावा किया।
आगरा की शिक्षिका को आया फर्जी कॉल
पीड़िता मालती वर्मा को 30 सितंबर को एक व्यक्ति ने व्हाट्सएप पर कॉल किया था,फर्जी कॉल पर दावा किया गया कि महिला की बेटी को सेक्स ट्रैफिकिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया है। कॉल करने वाले ने धमकी दी कि अगर 1 लाख रुपये का भुगतान नहीं किया गया तो वह उसकी बेटी से जुड़ा एक अश्लील वीडियो लीक कर देगा। महिला ने अपने बेटे को घटना के बारे में बताया और उसे तुरंत राशि ट्रांसफर करने के लिए कहा, ताकि उसकी बेटी को मामले में फंसने से बचाया जा सके। अपनी मां की बात सुनने के बाद पीड़ित के बेटे दिव्यांशु को संदेह हुआ और उसमे कॉल का पता लगाया तो यह कॉल पाकिस्तान से किसी व्यक्ति द्वारा की गई थी, जो पुलिस अधिकारी बनकर उनके परिवार से पैसे ऐंठने के लिए आया था।
मृतक के बेटे दीपांशु राजपूत फेक कॉल का लगाया पता
मृतक के बेटे दीपांशु राजपूत ने बताया, मां मालती वर्मा (58) आगरा के अछनेरा में एक जूनियर हाई स्कूल में सरकारी शिक्षिका थीं। 30 सितंबर को दोपहर 12 बजे उन्हें एक व्हाट्सएप कॉल आया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी बेटी एक सेक्स स्कैंडल में फंस गई है और अपनी बेटी की पहचान उजागर करने पर भविष्य में उसे अंजाम भुगतने की धमकी देने लगे। दीपांशु ने कहा कि इसके बाद उनकी मां ने उन्हें इस घटनाक्रम की जानकारी देने के लिए फोन किया। उन्होंने कहा, "जब मैंने फोन नंबर की जांच की, तो मैंने अपनी मां को बताया कि यह साइबर अपराधियों का एक धोखाधड़ी वाला कॉल था। शिक्षिका के बेटे ने कहा कि जब उसने अपनी बहन से बात की और सब कुछ सामान्य पाया, तो उसने अपनी मां को चिंता न करने की सलाह दी क्योंकि वह साइबर धोखाधड़ी का शिकार हुई थी।
फर्जी कॉल से लगा था मां को बुरा झटका
दिव्यांशु ने आगे बताया कि कहा, जब उसे उस आदमी से कॉल आया, तो वह घबरा गई और उसने मुझे कॉल किया। मैंने उससे वह नंबर मांगा, जिससे उसे कॉल आया था। जब मैंने नंबर चेक किया, तो पाया कि उसमें +92 लगा हुआ था और मैंने उसे बताया कि यह एक घोटाला है। वह अभी भी बहुत चिंतित थी और उसे अस्वस्थ महसूस होने लगा था। मैंने उसे आश्वस्त किया और यह भी बताया कि मैंने अपनी बहन से बात की है, जो कॉलेज में थी और ठीक थी। हालांकि, इस घटना ने महिला के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर डाला। शाम करीब 4 बजे स्कूल से लौटने के बाद उसे अस्वस्थ महसूस होने लगा। उसे पास के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे मृत घोषित कर दिया गया।
घर के अंदर का वीडियो आया सामने
ऑनलाइन एक वीडियो सामने आया, जिसमें दिल का दौरा पड़ने के बाद लोग पीड़िता के घर के अंदर उसकी मदद के लिए दौड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में आगे दिखाया गया है कि लोग महिला को अस्पताल ले जाने के लिए कार में ले जा रहे हैं। पीड़िता की बेटी ने बताया, मेरे भाई ने मुझे फोन करके पूछा कि मैं कहां हूं। जब मैंने उसे बताया कि मैं कॉलेज में हूं, तो उसने मुझे वीडियो कॉल करने को कहा।"
महिला की मौत की खबर साझा करते हुए कांग्रेस ने कहा कि देश में ऐसे मामले बहुत आम हो गए हैं और इनसे निपटने की जरूरत है। कांग्रेस ने कहा, "देश में 'डिजिटल गिरफ्तारी' की यह पहली घटना नहीं है। ऐसे मामले हर दिन सामने आ रहे हैं। साइबर अपराधी लगातार लोगों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।"