By राजीव शर्मा | Jul 22, 2021
मेरठ। हस्तिनापुर क्षेत्र के दूधली खादर गांव निवासी परमजीत ने मंगलवार की देर रात जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। एनआईए की टीम ने कुछ दिन पहले ही आतंकियों को हथियार सप्लाई मामले में युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। पूछताछ करने के बाद परमजीत को छोड़ दिया था। अभी इस मामले में जांच चल ही रही थी कि परमजीत ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है। अभी आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। आपको बता दें की परमजीत का नाम हथियार सप्लाई करने के मामले में सामने आया था। जिसके बाद से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) उसे हिरासत में लेकर बार-बार पूछताछ कर रही थी।
माना जा रहा है की इसी से तंग आकर परमजीत ने इस तरह का कदम उठा लिया। फिलहाल, पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। हालांकि अभी आत्महत्या के मामले में कुछ भी वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस इस मामले में जांच करने में जुट गयी है। शव को पोस्माटम के लिए भी भेजा जा रहा है। युवक के घर पर कोहराम मचा हुआ है। पुलिस आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मेरठ में केएलएफ से कनेक्शन जुड़ने के मामले NIA ने तीन संदिग्ध लोगो को मेरठ से पकड़ा था। जिसके बाद पूछताछ में एक युवक परमजीत सिंह को एनआइए ने छोड़ दिया था, जबकि दो को अपने साथ पंजाब ले गई थी। हालाकि अभी इस मामले में केएलएफ को हथियार सप्लाई का खुलासा नहीं हो सका है। एनआइए इस मामले में जांच कर रही है। वही वेस्ट यूपी पर एनआईए की नजर बनी हुई है।
हस्तिनापुर क्षेत्र के गांव दूधली निवासी परमजीत उर्फ मंगल सिंह (36) को 11 जुलाई 2021 को एनआईए की टीम ने हिरासत में लिया था। जहां एनआईए की टीम कई घंटे तक हस्तिनापुर और दूधली गांव में छानबीन करने में जुटी रही। उसके साथ एनआईए परमजीत को हिरासत में लेकर चली गई। बाद में एनआईए ने 12 जुलाई की देर शाम परमजीत को पूछताछ के बाद छोड़ दिया था। 14 जुलाई 2021 को एनआईए ने उसे फिर बुलाया और उससे पूछताछ की। एनआईए द्वारा की गई पूछताछ के बाद एनआईए ने दोबारा से परमजीत को छोड़ दिया था।परमजीत मेरठ के हस्तिनापुर क्षेत्र के खादर के दूधली गांव का रहने वाला था। एनआईए उससे लगातार पूछताछ कर रही थी माना जा रहा है कि इसी से परेशान होकर परमजीत ने मंगलवार को देर रात में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।सूत्रों की मानें तो रामराज के रहने वाले गगनदीप ने एनआईए को बयान दिया था कि पंजाब में खालिस्तानियों को हथियार सप्लाई किए गए थे। गगनदीप से जब एनआईए ने पूछताछ की तो संभवत: उसने मेरठ के परमजीत का नाम भी एनआईए को बताया था। जिसके बाद एनआईए की टीम ने मेरठ के हस्तिनापुर में डेरा डालकर परमजीत के घर की जांच पड़ताल की और उससे पूछताछ की थी। आत्महत्या मामले में सीओ मवाना उदय प्रताप का कहना है कि परमजीत की मौत की सूचना पुलिस को मिली है। इस संबंध में परिजन अभी कुछ भी नहीं बता रहे हैं। पुलिस शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया कर रही है। प्रथम दृष्टा पता चला है कि युवक ने जहरीला पदार्थ खाया है। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।