डायनासोर को लुप्त हुए लाखों करोड़ों वर्षों का समय बीत चुका है। आज के समय में किसी ने भी डायनासोर को कभी नहीं देखा है, मगर इसके बाद भी इसे लेकर काफी उत्सुकता लोगों में देखने को मिलती है। वहीं अब दिल्ली वाले राष्ट्रीय राजधानी में ही डायनासोर को देखने का लुत्फ उठा सकेंगे।
दिल्ली में देश का पहला डायनासोर पार्क बनने जा रहा है। इस पार्क को निजामुद्दीन मेट्रो स्टेशन के बाद बने वेस्ट टू वंडर पार्क में बनाया जा रहा है। दिल्ली नगर निगम द्वारा सराय काले खां में ये पार्क बनेगा। इस पार्क की खासियत है कि ये भारत में अपनी तरह का पहला पार्क बनने वाला है। माना जा रहा है कि ये पार्क अगले महीने के अंत तक आम जनता के लिए शुरू हो सकता है। अनुमान के मुताबिक इस पार्क में 54 विशाल डायनासोर प्रतिकृतियों का संग्रह होगा, जिनकी ऊंचाई 9 से 65 फीट और लंबाई 54 फीट तक हो सकती है।
पार्क के संबंध में जानकारी दे रहे अधिकारियों का कहना है कि ये प्रतिकृतियां पूरी तरह से स्क्रैप धातु, बेकार टायर, कारों के अवशेष और बागवानी कचरे से तैयार की गई हैं। ये आदमकद प्रतिकृतियां न केवल गतिविधियों को प्रदर्शित करती हैं, बल्कि इनमें प्रभावशाली क्षमताएं भी शामिल हैं, जिनमें गर्जना की आवाजें, गुर्राना, फुफकारना और यहां तक कि आग उगलने की क्षमता भी शामिल है। बता दें कि इस वेस्ट टू वंडर पार्क की प्रेरणा जुरासिक पार्क से ली गई है। इस पार्क में लाइट और साउंड को भी शामिल किया गया है, जिसकी मदद से फिल्म के आईकॉनिक दृश्यों (गाड़ियों का कुचलना) को पार्क में प्रदर्शित किया गया है। इस पार्क के निर्माण के लिए कुल 300 टन वेस्ट मैटेरियल का उपयोग किया गया है। इस पार्क का निर्माण कार्य 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है।
पार्क में होंगी ये प्रजातियां
इस डायनासोर पार्क में कई प्रजातियों को शामिल किया जाएगा। इसमें कुल 15 प्रजातियों को प्रदर्शित किया जाएगा, जिनमें कोलोफिसिस, ब्रोंटोसॉरस, वेलोसिरैप्टर, सिंटाओसॉरस, डाइनोसुचस, राजासॉरस, प्रीनोसेफले, एंकिलोसॉरस, ट्राईसेराटॉप्स, अमरगासॉरस, स्पिनोसॉरस, टायरानोसॉरस, डिप्लोडोकस और स्टेगोसॉरस शामिल हैं। प्रवेश द्वार पर पर्यटकों का स्वागत तीन स्टेगोसॉरस डायनासोर से होगा, जिन्हें बागवानी के वेस्ट मैटेरियल, स्क्रैप और कार स्क्रैप का उपयोग कर तैयार किया गया है। पार्क में छोटे, पंख वाले वेलोसिरैप्टर डायनासोर का एक समूह और जुरासिक पार्क फ्रेंचाइजी से कुख्यात टायरानोसॉरस रेक्स की 53x50 फीट की प्रतिकृति भी है। टायरानोसॉरस रेक्स प्रतिकृति को आग उगलने और अपनी आँखें झपकाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
इस वेस्ट-टू-वंडर पार्क के पास ही 3.5 एकड़ में डायनासोर पार्क फैला है, जिसमें बच्चों के लिए खासतौर से विभिन्न मनोरंजक गतिविधियाँ शामिल हैं। इनमें स्लाइड, चढ़ने वाली रस्सियाँ और सुरक्षा को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किए गए झूले शामिल हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि कोई तेज़ धार जोखिम पैदा न करे। पार्क में स्पिनोसॉरस की 60 फुट चौड़ी, 25 फुट ऊंची प्रतिकृति भी है, जिसमें बच्चों के लिए सुरक्षा उपायों के साथ एक खेल क्षेत्र भी है। इसके अलावा एक 65 फुट लंबा डिप्लोडोकस भी होगा, जो पार्क में सबसे बड़ी डायनासोर की मूर्ति होगी। इसकी पूंछ में स्लाइड लगाई गई है, जिससे बच्चे आकर्षित होंगे। इन प्रतिकृतियों को तैयार करने में विवरणों पर सावधानीपूर्वक ध्यान देने में स्क्रैप सामग्री की सावधानीपूर्वक कटाई शामिल है, सुरक्षा और सौंदर्य सुधार के लिए धातु के शरीर को कवर करने के लिए टायरों का उपयोग किया जाता है। पेड़ों, झाड़ियों और घास के रणनीतिक रोपण के माध्यम से पार्क के परिदृश्य को और बढ़ाया जाएगा, जो इस अभिनव डायनासोर पार्क में गहन अनुभव को पूरा करेगा।