By अंकित सिंह | May 29, 2022
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं जिसमें वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा ने 71 और सहयोगी अपना दल ने दो सीटें जीती थीं जबकि 2019 के चुनाव में भाजपा को 62 और सहयोगी अपना दल (एस) को दो सीटें मिली थीं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण करते हुए योगी ने कहा कि हम सबका संकल्प होना चाहिए कि छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता और टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता। उन्होंने कहा कि अटल जी ने कहा था , ‘‘ हमें केंद्र और प्रदेश की उपलब्धियों को लेकर गांव-गांव, घर-घर जाना होगा और विराटता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अग्रसर होना होगा।’’ ईद के दौरान धर्म स्थलों से लाउडस्पीकर उतारे जाने और सड़कों पर नमाज न होने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा , ‘‘ यह पहली बार हुआ कि सड़कों पर नमाज नहीं होगी, नमाज के लिए उनकी इबादतगाह हैं, मस्जिद है, वहीं उनके मजहबी कार्यक्रम हो पाएंगे। आपने देखा होगा जो अनावश्यक शोरगुल था उस शोरगुल से कैसे मुक्ति मिली।’’ उन्होंने दावा किया कि नये भारत का नया उत्तर प्रदेश तैयार है जो मजबूती के साथ देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत है। योगी ने कहा कि अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण की शुरुआत के बाद काशी ने जो अंगड़ाई ली है वह हम सबके सामने है। काशी में काशी विश्वनाथ धाम का उद्घाटन होने के बाद प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालु काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन के लिए काशी जा रहे है। उन्होंने कहा कि काशी प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप अपने नाम को सार्थक कर रहा है और मथुरा वृंदावन, विंध्यवासिनी धाम, नैमिष धाम सभी तीर्थ एक बार फिर से नई अंगड़ाई लेते हुए दिखाई दे रहे हैं और इन स्थितियों में हम सबको एक बार फिर आगे बढ़ना होगा।
योगी ने कहा कि चुनाव की ऐतिहासिक सफलता के बाद हम सब सामूहिक रूप से एकत्र हुए हैं, मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं। आप सबके परिश्रम, प्रधानमंत्री के नेतृत्व, राष्ट्रीय अध्यक्ष के मार्गदर्शन में भारतीय जनता पार्टी ने तमाम मिथकों, षड्यंत्रों को धूल धूसरित करते हुए 37 वर्ष के बाद उत्तर प्रदेश में फिर से सरकार बनाने में सफलता प्राप्त की है। जो सरकार कुशलता पूर्वक अपना कार्यकाल पूर्ण की हो और फिर से सरकार बनाई हों, यह अवसर 37 वर्ष बाद आया है।’’ गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 1985 में दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के नेतृत्व में लगातार दूसरी बार कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी थी और विधानसभा चुनाव में उसे पूर्ण बहुमत हासिल हुआ था, उसके बाद 37 वर्षों तक किसी दल को दोबारा पूर्ण बहुमत हासिल कर सरकार बनाने का मौका नहीं मिला। विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उप्र की पिछली सरकारों ने एक अविश्वास की स्थिति पैदा की थी, प्रदेश के बारे में दुनिया में जो धारणा बन गई थी, वह पिछले पांच वर्षों में, भले ही कोरोना के कारण तीन वर्ष ही काम करने को मिला , उसके बाद भी बदली है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की सफलता गिनाते हुए कहा कि केंद्र सरकार की जिन योजनाओं में 2017 के पहले उत्तर प्रदेश सबसे पिछले पायदान पर खड़ा रहता था, आज उनमें चार दर्जन ऐसी योजनाएं हैं जिनमें उत्तर प्रदेश अग्रणी भूमिका के साथ सबके सामने खड़ा है।