By रेनू तिवारी | Dec 16, 2024
संभल में बिजली चोरी: अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि पिछले तीन महीनों में संभल जिले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने बिजली चोरी से संबंधित 1,250 एफआईआर दर्ज की हैं, जिनमें 5.2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। पिछले दो दिनों में ही अधिकारियों ने बिजली चोरी के मामलों में 90 एफआईआर दर्ज की हैं, जिसमें चार मस्जिदों और एक मदरसे में हुई घटनाएं शामिल हैं। इस दौरान लगाया गया कुल जुर्माना लगभग 1.75 करोड़ रुपये है।
मस्जिदों और मदरसों से बिजली चोरी
इससे पहले, संभल के मस्जिदों, मदरसों और रिहायशी इलाकों में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी का खुलासा हुआ था, जिसके बाद अधिकारियों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी थी। जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने सुबह 5 बजे संभल सदर के नखासा और दीपासराय इलाकों में छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान एक मस्जिद से बिजली चोरी में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद हुए।
छापेमारी के बाद डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने कहा था कि बिजली चोरी के खिलाफ इस तरह का अभियान चलाया जाएगा और एक भी घर में बिजली चोरी नहीं होने दी जाएगी। डीएम ने कहा था, "करीब 150-200 घरों में बिजली चोरी पकड़ी गई है। मस्जिद, मदरसे और घरों में बिजली चोरी पकड़ी गई है। बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी और उनसे वसूली भी की जाएगी।"
डीएम ने कहा था कि वह सुबह 5 बजे लाउडस्पीकर चेक करने पहुंचे थे। उन्होंने देखा कि इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध कनेक्शन लगे हुए थे। उन्होंने कहा, "जांच के दौरान बड़े पैमाने पर बिजली चोरी पकड़ी गई। हमने करीब 150-200 घरों और उसके आसपास की 5-6 मस्जिदों की जांच की है। बिजली चोरी पकड़ी गई है। प्रशासन को एक मस्जिद से बड़ी मात्रा में बिजली के तार और अन्य उपकरण मिले हैं। इससे आसपास के इलाके में बिजली चोरी की जा रही थी।"
संभल में 45 साल बाद मंदिर खुला
इस बीच, नगर हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी के अनुसार, संभल के खग्गू सराय इलाके में भगवान शिव का मंदिर, जो कथित तौर पर 1978 से बंद था, हाल ही में फिर से खोला गया।
अतिरिक्त एसपी श्रीश चंद्र ने कहा, "जांच के दौरान पाया गया कि कुछ लोगों ने मंदिर पर मकान बनाकर अतिक्रमण कर लिया था...मंदिर की सफाई कर दी गई है और मंदिर पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी...मंदिर में भगवान शिव और भगवान हनुमान की मूर्तियां हैं...इस इलाके में हिंदू परिवार रहते थे और किसी कारण से वे इस इलाके को छोड़कर चले गए...मंदिर के पास एक प्राचीन कुआं होने की भी जानकारी मिली है..."