चुनावी मौसम है और ऐसे में सभी पार्टियां नए-नए वादे करने में लगी हुई हैं। विपक्ष लगातार सत्ता से सवाल पुछ रहा है तो सत्ता पछ अपने काम-काज पर लोगों को लुभाने की कोशिश कर रहा है। इसी कड़ी में आज प्रियंका गांधी ने योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और किसानों के मुद्दे को लेकर घेरा। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि गन्ना किसानों के परिवार दिनरात मेहनत करते हैं। मगर उप्र सरकार उनके भुगतान का भी जिम्मा नहीं लेती। किसानों का 10000 करोड़ बकाया मतलब उनके बच्चों की शिक्षा, भोजन, स्वास्थ्य और अगली फसल सबकुछ ठप्प हो जाता है। यह चौकीदार सिर्फ अमीरों की ड्यूटी करते हैं, गरीबों की इन्हें परवाह नहीं।
इसके बाद बारी थी उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की। योगी ने प्रियंगा पर पलटवार करते हुए कहा कि हमारी सरकार जब से सत्ता में आई है हमने लंबित 57,800 करोड़ का गन्ना बकाया भुगतान किया है। ये रकम कई राज्यों के बजट से भी ज्यादा है। पिछली सपा-बसपा सरकारों ने गन्ना किसानों के लिए कुछ नहीं किया जिससे किसान भुखमरी का शिकार हो रहा था।
योगी यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि किसानों के ये 'तथाकथित' हितैषी तब कहाँ थे जब 2012 से 2017 तक किसान भुखमरी की कगार पर था। इनकी नींद अब क्यों खुली है? प्रदेश का गन्ना क्षेत्रफल अब 22 प्रतिशत बढ़कर 28 लाख हेक्टेयर हुआ है और बंद पड़ी कई चीनी मिलों को भी प्रदेश में दोबारा शुरू किया गया है। किसान अब खुशहाल हैं।