By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 14, 2021
अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन आपूर्ति में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के इस दौरे को चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली को ढकने का प्रयास करार दिया है। एएमयू के शिक्षकों और कर्मचारियों के निधन पर दुख व्यक्त करते हुये मुख्यमंत्री ने उम्मीद जतायी कि परिसर में टीकाकरण अभियान तेज होगा और इससे स्थिति में सुधार होगा।
उन्होंने कहा कि एएमयू अस्पताल में आक्सीजन आपूर्ति बुधवार को शुरू हो गयी है और इसमें किसी तरह कमी नही होने दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अलीगढ़ मंडल में कोरोना की स्थिति की समीक्षा के दौरान उन्होंने पाया कि पिछले सप्ताह उससे पहले के सप्ताह की तुलना में कोविड सक्रिय संक्रमण मामलो में कमी हुई है। उन्होंने दावा किया कि पिछले कुछ दिनो में पूरे राज्य में संक्रमण के उपचाराधीन मामलों में कमी पायी गयी है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में आक्सीजन की कमी को दूर करने के लिये आवश्यक कदम उठाये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि महामारी की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुये प्रदेश सरकार ने तैयारियां आरंभ कर दी हैं। उन्होंने कहा कि शुरूआत में आक्सीजन आपूर्ति में कमी इसलिये आयी क्योंकि पिछले महीने आक्सीजन की मांग अचानक 300 मीट्रिक टन से बढ़ एक हजार मीट्रिक टन प्रतिदिन हो गयी। योगी अलीगढ़ जिले के अधिकारियों और एएमयू के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। एएमयू में पिछले तीन हफ्तों में कई अवकाश प्राप्त शिक्षकों, मौजूदा शिक्षकों तथा अन्य कर्मचारियों की मौत कोरोना या उससे मिलते जुलते लक्षणों वाली बीमारियों से हो गयी थी।
इस बीच, कांग्रेस सचिव विवेक बंसल ने मुख्यमंत्री के अलीगढ़ दौरे को प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की पूर्ण बदहाली को ढकने की कोशिश मात्र करार दिया है। मुख्यमंत्री के लिए बनाए गए हेलीपैड पर प्रदर्शन करने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोके जाने पर बंसल ने कहा कि यह बेहद चौंकाने वाली बात है कि मुख्यमंत्री ने अलीगढ़ दौरे के दौरान संवाददाताओं से बातचीत में गंगा नदी में बह रहे शवों के बारे में कोई जिक्र तक नहीं किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस बारे में स्पष्टीकरण देने के बजाय यह दावा किया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण अब ढलान पर है। बंसल ने आरोप लगाया कि सरकार कोविड-19 संक्रमण और मौतों का जो आंकड़ा पेश कर रही है वह झूठा है। उन्होंने कहा कि राज्य के ग्रामीण इलाकों में कोविड-19 जांच नहीं की जा रही है और लोग इस संक्रमण से मर रहे हैं। इससे पहले, मुख्यमंत्री एएमूय के क्रिकेट मैदान पर हेलीकाप्टर से उतरे और वहां से सीधे कोविड कंट्रोल सेंटर गये और वहां उन्होंने अलीगढ़ मंडल के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। उसके बाद वह एएमयू के मेडिकल कॉलेज गये जहां उन्होंने विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बीच गुरुवार को आगरा पहुंचे योगी ने संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया कि प्रदेश में 12 दिनों के अंदर एक लाख छह हजार उपचाराधीन मामले कम हुये हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने गांव पथौली, नगर निगम स्थित स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया और इसके बाद एस एन मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इससे पहले प्रदेश के मथुरा पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों को सलाह दी किकोविड एक महामारी है और इसे कोई सामान्य फ्लू न मानें। उन्होंने कहा कि बीमारी को छिपाने के बजाए आगे बढ़कर बताएं, टेस्ट कराएं और उपचार कराएं। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त बचाव के सभी नियम अपनाएं क्योंकि, बचाव ही सबसे बड़ा उपचार है। उन्होंने जोर देकर कहा कि केवल दिखावे के लिए मास्क न पहनें बल्कि उससे नाक और मुंह अच्छी तरह से ढकें। उन्होंने दुहराया कि राज्य में अब कोरोना संक्रमण के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है और पिछले 12 दिनों में सरकार के कड़े प्रयासों से उपचाराधीन मामलों में एक लाख छह हजार की कमी आयी है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट का मंत्र काम कर रहा है। उन्होंने कहा, 30 अप्रैल तक राज्य में उपचाराधीन कोविड संक्रमितों की संख्या 3 लाख 10 हजार थी, जो अब 12 दिन के बाद दो लाख चार हजार रह गयी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार सरकार की मशीनरी के प्रयासों से बीते 12 दिन में एक लाख छह हजार मरीजों की उल्लेखनीय कमी हुयी है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री आज अलीगढ़, मथुरा व आगरा के दौरे पर थे।