वजन कम करने के लिए अमूमन लोग तरह-तरह के उपाय अपनाते हैं। लेकिन प्राकृतिक रूप से वजन कम करने का आसान तरीका है एक्सरसाइज करना। अमूमन लोग वजन कम करने के लिए बहुत अधिक कसरत करते हैं, जिसके कारण वह बहुत अधिक थक जाते हैं और बहुत जल्द ही अपने एक्सरसाइज रूटीन को ब्रेक कर देते हैं। लेकिन अगर आप एक आसान तरीका अपनाकर बेस्ट रिजल्ट चाहते हैं तो ऐसे में योगाभ्यास किया जा सकता है। ऐसे कई योगासन हैं, जिन्हें अगर सोने से पहले किया जाए तो इससे आपको जल्द ही रिजल्ट मिलने लगते हैं। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ योगासनों के बारे में-
बद्धकोणासन
बद्धकोणासन को बटरफ्लाई पोज भी कहा जाता है। यह एक बेहद ही आसान योगासन है, जो वजन कम करने के साथ-साथ मासिक धर्म और गर्भावस्था के दौरान ऐंठन और पीठ दर्द से राहत दिलाने में भी मददगार है।
- इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले मैट बिछाकर बैठ जाएं।
- अब अपने दोनों घुटनों को बाहर की ओर मोड़ते हुए अपने पैरों के तलवों को आपस में मिला लें।
- अब, गहरी सांस लें और अपनी जांघों और घुटनों को फर्श की ओर दबाएं जिससे हल्का दबाव पड़े।
- धीमी गति में अपने दोनों पैरों को कूल्हे से तितली के पंखों की तरह लगभग 60 सेकंड तक हिलाएं और फिर रिलैक्स हो जाएं।
- आप क्षमतानुसार इस आसन का अभ्यास करें।
सेतुबंधासन
सोने से पहले इस आसन का अभ्यास करना आपके लिए भी लाभदायक हो सकता है। यह आपके शरीर के निचले हिस्से को टोन करने के साथ-साथ उसे मजबूत भी बनाता है।
- इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले अपनी पीठ के बल चटाई पर लेट जाएं।
- अपने पैरों को घुटनों से मोड़ें और अपने पैरों को हिप के बराबर चौड़ाई की दूरी पर रखें।
- अब, श्वास भरते हुए अपने कूल्हों को हल्का उठाने का प्रयास करें।
- धीरे-धीरे सांस छोड़ें और कूल्हों को वापस फर्श पर लाएं।
- इस क्रिया को 10 बार दोहराएं और फिर 1 मिनट तक इसी अवस्था में रहें।
बालासन
बालासन आपके नर्वस सिस्टम को रिलैक्स करता है, जिसके कारण आपको अच्छी नींद आती है। साथ ही, यह वजन कम करने में भी मदद करता है। यह मासिक धर्म में ऐंठन, और पीएमएस के लक्षणों को कम करने में मदद करता है और पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
- सबसे पहले मैट पर घुटने मोड़ते हुए बैठ जाएं।
- अब कमर से आगे की ओर झुकें और अपने सिर को सामने की ओर नीचे करके फर्श को छुएं।
- इस दौरान अपने हाथों को बगल में फर्श पर रखें और कंधों को फर्श की ओर आराम दें।
- इस मुद्रा में 30 सेकेंड से 1 मिनट तक आराम करें। उसके बाद प्रारंभिक अवस्था में लौट आएं।
मिताली जैन