By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 23, 2018
नागपुर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने सोमवार को दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की एक बैठक इसलिए रद्द कर दी गई क्योंकि सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को भरोसा में नहीं लिया। सरकार ने जम्मू कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की जघन्य हत्याओं और इस्लामाबाद द्वारा कश्मीरी आतंकवादी बुरहान वानी को ‘महिमामंडित’ करते हुये डाक टिकट जारी करने का हवाला देते हुये बैठक पर सहमति के 24 घंटे के भीतर पिछले महीने न्यूयार्क में बैठक रद्द कर दिया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निर्णय करने के मामले को केन्द्रीकृत करने का आरोप लगाते हुये सिन्हा ने एक समाचारपत्र का हवाला देते हुये दावा किया कि बैठक रद्द कर दिया गया क्योंकि ‘विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बैठक से पूर्व पीएमओ को भरोसे में नहीं लिया।’’
यह बैठक सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के उनके समकक्ष शाह महमूह कुरैशी के बीच होनी थी। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘इससे यह साबित होता है कि सुषमा की आवाज नहीं सुनी जाती है। यह कारण है कि उन्हें कभी कभी ट्विटर मंत्री के रूप में भी जाना जाता है।’’