By रेनू तिवारी | Sep 08, 2019
भारत को सात सिंतंबर की रात को तब बड़ी सफलता मिलते-मिलते रह गयी जब चंद्रयान-2 मिशन पूर्ण रूप से सफल नहीं हो पाया। चंद्रयान 2 से संपर्क टूटने के बाद 130 करोड़ लोगों की उम्मीद भी टूट गई थी। प्रधानमंत्री सहित पूरे देश इसरो के साथ खड़ा रहा। हर किसी ने इसरो के प्रयासों की तरीफ की। लेकिन एक दिन बीतने के बाद भी विज्ञानिकों ने अपनी उम्मीद नहीं छोड़ी और फिर एक बार चंद्रयान 2 को लेकर नई उम्मीद जगा दी हैं। जी हां ताजा जानकारी के अनुसार इसरो (ISRO) को चांद पर विक्रम लैंडर की स्थिति का पता चल गया है। ऑर्बिटर ने थर्मल इमेज कैमरा से उसकी तस्वीर ली है।
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हालांकि, उससे अभी कोई संचार स्थापित नहीं हो पाया है। ये भी खबर है कि विक्रम लैंडर लैंडिंग वाली तय जगह से 500 मीटर दूर पड़ा है। चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर में लगे ऑप्टिकल हाई रिजोल्यूशन कैमरा (OHRC) ने विक्रम लैंडर की तस्वीर ली है। भविष्य में विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर कितना काम करेंगे, इसका तो डेटा एनालिसिस के बाद ही पता चलेगा।
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आपको बता दें कि इसरो प्रमुख के. सिवन ने जानकारी दी कि लैंडर ‘विक्रम’ को चंद्रमा की सतह पर लाने की प्रक्रिया सामान्य देखी गई, लेकिन बाद में लैंडर का संपर्क जमीनी स्टेशन से टूट गया था। उन्होंने बताया कि चंद्रमा से 2.1 किलोमीटर पहले ही लैंडर विक्रम से संपर्क टूट गया था। वैज्ञानिकों के मुताबिक इस बात की संभावनाएं खत्म नहीं हुई हैं कि लैंडर से दोबारा संपर्क स्थापित नहीं हो सकता।