By अंकित सिंह | Jun 05, 2023
भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जारी पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के बीच बड़ी खबर आई है। साक्षी मलिक ने रेलवे में अपनी नौकरी ज्वाइन कर चुकी है। हालांकि, खबर चली कि वह आंदोलन से पीछे हटी है। साक्षी मलिक ने इसे खारिज कर दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि उनका सत्याग्रह जारी रहेगा। कोई पीछे नहीं हटा है। साक्षी मलिक रेलवे में नौकरी भी ज्वाइन कर चुकी हैं। साक्षी मलिक के इस प्रदर्शन में सबसे चर्चित चेहरों में से एक थीं। साक्षी मलिक के अलावा जिन दो नामों की चर्चा सबसे ज्यादा थी उनमें बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट शामिल है।
हालांकि, जैसे ही यह खबर आई उसके बाद महिला पहलवान ने ट्वीट कर कहा कि ये खबर बिलकुल ग़लत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। उन्होंने कहा कि सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए। पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया भारतीय रेलवे में ओएसडी (खेल) के पद पर फिर से नियुक्त हुए हैं।
आपको बता दें कि शनिवार रात पहलवानों से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मुलाकात हुई थी। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक इस मुलाकात के दौरान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट भी मौजूद रहे। अमित शाह ने इनसे अपने आंदोलन को खत्म करने की बात कही थी। साथ ही साथ उन्होंने कहा था कि सरकार पूरे मामले की जांच कर रही है। इसमें वक्त लग सकता है। यही कारण है कि शायद साक्षी मलिक ने यह फैसला लिया है। सूत्र बता रहे हैं कि आने वाले दिनों में बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट भी ऐसा फैसला ले सकते हैं। इससे पहले दिग्गज पहलवान साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादियान ने कहा कि पहलवानों की गृह मंत्री अमित शाह के साथ शनिवार को हुई बैठक बेनतीजा रही, क्योंकि उन्हें "गृह मंत्री से वह प्रतिक्रिया नहीं मिली जो वे चाहते थे"।
पिछले सप्ताह साक्षी मलिक अपने साथी पहलवानों के साथ हरिद्वार पहुंची थीं, जहां वह अपने मेडल्स को विसर्जित करने जा रहे थे। हालांकि, किसान नेता नरेश टिकैत ने बीच बचाव करते हुए पहलवानों को ऐसा करने से रोका। इसके बाद खाप पंचायत हुआ। खाप पंचायत ने साफ तौर पर सरकार को 9 जून तक अल्टीमेटम दिया है। खाप पंचायत के बाद राकेश टिकैत ने साफ तौर पर कहा कि अगर सरकार पहलवानों की मांग नहीं मानती है तो हम देश भर में आंदोलन करेंगे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हम बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी से नीचे कुछ भी नहीं मानते हैं। हालांकि सरकार का दावा है कि वह इस मामले में पूरी तरीके से निष्पक्ष जांच कर रही है।