By अनन्या मिश्रा | Apr 14, 2025
तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल 14 अप्रैल की सुबह 03:30 मिनट पर सूर्य देव मेष राशि में प्रवेश कर चुके हैं। उदयातिथि के मुताबिक 14 अप्रैल 2025 को मेष संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है।
पूजन विधि
मेष संक्रांति के दिन आपको गंगा, यमुना या फिर गोदावरी जैसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। अगर आपके लिए नदी में स्नान करना संभव नहीं है तो आप घर पर नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान कर सकते हैं। इससे न सिर्फ शरीर बल्कि मन की भी शुद्धि होती है।
फिर स्वच्छ कपड़े पहनें और तांबे के पात्र में जल, लाल पुष्प, रोली, गुड़ और अक्षत डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। इसके बाद 'ऊँ सूर्याय नम:' जैसे मंत्रों का उच्चारण करें। फिर सू्र्य चालीसा या आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें। पूजा स्थान को धूप-दीप और फूलों से सजाएं और फिर सूर्य देव को भोग लगाकर प्रसाद बांटें। भारत के तमाम हिस्सों में मेष संक्रांति को विविध नामों से जाना जाता है। इस दिन दान-पुण्य करना अत्यंत शुभ माना जाता है।