By अभिनय आकाश | Sep 29, 2022
पहले ईरान का किर्दिस्तान फिर तेहरान और देखते ही देखते 46 से ज्यादा शहर। हिजाब के खिलाफ महिलाओं का हल्ला बोल एक क्रांति में बदल चुका है। ईरान की सरकार जिस प्रदर्शन को गोली, डंडे और आंसू गैस के बल पर दबाने की कोशिश कर रही थी। उसका दायरा ईरान से निकलकर कई देशों में फैल गया है। 22 साल की महिसा अमीनी की मौत से चिंगारी भड़क की। अब उसकी आंच ईरान की सत्ता तक महसूस की जा रही है। ईरान की सेना को इतना डर है कि उन्होंने अपने परिवार को सेफहाउस में रख दिया है। हिजाब के विरोध में ये प्रदर्शन भौगोलिक सीमाओं को पार करता हुए यूरोप की दहलीज तक अपने कदम बढ़ा चुका है। अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, ग्रीस, स्वीडन, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, इटली, स्पेन, जर्मनी, इराक, लेबनान और तुर्की में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं। फ्रांस और लंदन की सड़कों पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जुटने लगे हैं।
यूएन ने कहा- गैर जरूरी बल प्रयोग से बचें
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि हम प्रदर्शन में मारे जा रहे लोगों की बढ़ती संख्या से बहुत चितिंत हैं। ईरान ने कुर्द विद्रोहियों पर हिंसक प्रदर्शन का आरोप लगाया है। ईरानी सेना ने इराक के कुर्द इलाके में मिसाइलों से हमले किए हैं, जिसमें 9 लोग मारे गए हैं। ग़ौरतलब है कि 22 वर्षीय महसा अमीनी को राजधानी तेहरान में नैतिक पुलिस ने 13 सितम्बर को, हिजाब पहनने सम्बन्धी नियमों का उल्लंघन करने के आरोपों में हिरासत में लिया था।
तुर्की की सिंगर ने कैंची से काटे अपने बाल
हिजाब के खिलाफ ईरान के प्रदर्शन को दुनियाभर से समर्थन मिल रहा है। तुर्की की सिंगर मेलेक मोसो ने इस प्रदर्शन के समर्थन में स्टेज पर खड़ी होकर कैंची से अपने बाल काट दिए । ईरान से काफी विडियो और फोटो आ रहे हैं, जिसमें महिलाएं हिजाब को जलाती और अपने बाल काटती नजर आ रही हैं।