By अंकित सिंह | Sep 12, 2023
भारत इस साल जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। इसको लेकर 9 और 10 सितंबर को भारत ने एक बड़ी बैठक की है। इस बैठक में विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्ष या उनके प्रतिनिधि मौजूद रहे। इसी को लेकर हमने प्रभासाक्षी के कार्यक्रम चाय पर समीक्षा में चर्चा की। प्रभासाक्षी के संपादक जोकि पूरे जी-20 कार्यक्रम के दौरान भारत मंडपम में मौजूद रहे, ने साफ तौर पर कहा कि भारत ने पूरी दुनिया में अपनी ताकत दिखा दी है। जी-20 की सफलतापूर्वक आयोजन करके भारत में बतला दिया है कि वह किसी मामले में भी कम नहीं है। नीरज दुबे ने कहा कि विश्व के किसी भी कोने से आए पत्रकारों से पूछो तो वह भारत की तारीफ कर रहे हैं। इसका मतलब साफ है कि वैश्विक स्तर पर भारत को लेकर जो नजरिया था, उसमें बदलाव आया है। जी20 के बाद भारत वैश्विक मंच पर बड़ी ताकत के रूप में उभरा है।
भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन अभूतपूर्व परिणाम हासिल करने में सफल रहा। सम्मेलन के दौरान जहां विश्व ने भारत की कला-संस्कृति, इतिहास, सभ्यता, लोकतंत्र और विकास को करीब से देखा वहीं आधुनिकता की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहे भारत के नवीन आविष्कारों को भी जाना। खासतौर पर इस सम्मेलन के दौरान विदेशी प्रतिनिधियों को भारतीय लोकाचार और संस्कृति तथा गौरवशाली इतिहास से रूबरू कराने के लिए प्रधानमंत्री ने जो प्रयास किये थे उनको काफी सराहा गया। इस सम्मेलन के सफल आयोजन ने विश्व भर में मोदी को एक बड़े कूटनीतिज्ञ के रूप में भी स्थापित कर दिया है।
जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी20 शिखर सम्मेलन का समापन कर रहे थे तब उनके चेहरे पर संतोष के भाव तो थे ही साथ ही और भी कुछ कर दिखाने का जज्बा उनमें साफ दिखाई दे रहा था। इसलिए उन्होंने शिखर सम्मेलन में लिए गए फैसलों पर हुई प्रगति की समीक्षा के वास्ते नवंबर के अंत में एक वर्चुअल सत्र के आयोजन का प्रस्ताव दिया। दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन के अंतिम सत्र में अपने समापन भाषण में मोदी ने कहा कि भारत की जी20 की अध्यक्षता आधिकारिक रूप से 30 नवंबर तक जारी रहेगी और समूह के अध्यक्ष के रूप में उसके कार्यकाल में ढाई महीने से ज्यादा का वक्त बाकी है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पिछले दो दिन में आपने अपने विचार रखे, सुझाव दिए और कई प्रस्ताव रखे गए। यह हमारी जिम्मेदारी है कि जो सुझाव सामने आए हैं, उन पर बारीकी से गौर किया जाए कि उन्हें कैसे गति दी जा सकती है।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ‘‘मेरा प्रस्ताव है कि हमें नवंबर अंत में जी20 के वर्चुअल सत्र का आयोजन करना चाहिए। उस सत्र में, हम उन मुद्दों की समीक्षा कर सकते हैं, जिन पर इस शिखर सम्मेलन के दौरान सहमति बनी थी। हमारे दल इसका विवरण सभी के साथ साझा करेंगे। मैं उम्मीद करता हूं कि आप सभी इसमें (सत्र में) शामिल होंगे।’’ मोदी ने कहा, ‘‘इसके साथ ही मैं जी20 शिखर सम्मेलन के समापन की घोषणा करता हूं।’’ उन्होंने संस्कृत के एक श्लोक का संदर्भ देते हुए पूरे विश्व में शांति एवं सौहार्द की प्रार्थना की। इससे पहले, समापन सत्र में मोदी ने ब्राजील को जी20 की अध्यक्षता हस्तांतरित करते हुए पारंपरिक गैवल (एक प्रकार का हथौड़ा) सौंपा और उसे शुभकामनाएं दीं। ब्राजील आधिकारिक रूप से इस साल एक दिसंबर को जी20 समूह के अध्यक्ष का कार्यभार संभालेगा।