By प्रेस विज्ञप्ति | Dec 25, 2023
विकलांग सहायक केन्द्र के पेट्रन चेरमेन मगनभाई पटेल के आर्थिक सहयोग से हर साल विकलांगों के लिए विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जैसे सर्वधर्म सामूहिक विवाह महोत्सव, विकलांग भाई-बहनों को राशन किट वितरण,रमज़ान और श्रावण माह में उपकरण-सहायता जैसे ट्राइसाइकिल, घोड़ी और रोजगारोन्मुखी साधन सहाय इत्यादि दिए जाते हैं। लगभग 450 से अधिक विकलांग सदस्यों वाली यह संस्था हर साल ३ दिसंबर को गीत-संगीत, मिमिक्री जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए विकलांग दिवस मनाती है।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी "विश्व विकलांग दिवस" के अवसर पर विकलांग सहायक केन्द्र द्वारा मगनभाई पटेल की अध्यक्षता में गीत-संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें डांस इंडिया डांस फेम कमलेशभाई पटेलने विकलांग होने के बावजूद बहुत ही सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। कमलेशभाई पटेल को उनकी नृत्य प्रतिभा के लिए भारत सरकार द्वारा राष्ट्रपति पुरस्कार, जीआईएसीसी ऑस्कर पुरस्कार यूएसए, गुजराती गौरव पुरस्कार, गुजरात लोक कला राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार और ऐसे कई अन्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।इसके अलावा,वे डांस स्पोर्ट्स एसोसिएशन - इंडिया के ब्रांड एंबेसडर भी हैं। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ज़िओन ग्रुप,वटवा के अंकुरभाई भालोडीया भी उपस्थित थे। मगनभाई पटेल एवं अंकुरभाई पटेल के आर्थिक सहयोग से यह गीत-संगीत कार्यक्रम सफल रहा।
इस अवसर पर मगनभाई पटेलने कहा कि आज देश के विकलांगो को सशक्त, आत्मनिर्भर और रोजगारलक्षी बनाने के लिए प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने की जरूरत है।मिनिस्ट्री ऑफ़ स्टेटिस्टिकल एन्ड प्रोग्राम इम्पलीमेन्टेशन के एक अभ्यास अनुसार देश मे आज लगभग 2.68 करोड़ विकलांग लोग हैं, जिनमें 1.50 करोड़ पुरुष और 1.18 करोड़ महिलाएं शामिल हैं। भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अंतर्गत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के पास देश के दिव्यांगजनों के लिए सहयोगी,दिशा, निर्भया, ज्ञानप्रभा, निरामय, समर्थ, प्रेरणा,समभाव,बढ़ते कदम जैसी कई योजनाएं हैं, जिसका लाभ देश के विकलांग लोगों को मिल सकता है।
ऑल इंडिया एमएसएमई फेडरेशन के एक अभ्यास अनुसार आज देश में कई संगठन हैं जो विकलांग लोगों को रोजगार प्रदान कर सकते हैं। विकलांगों के लिए रोजगार उपलब्ध कराने वाली संस्थाओं को प्रशिक्षण देने की विशेष आवश्यकता है जैसे कुटीर उद्योग, घर आधारित छोटे उद्योग जैसे हाथ से बनी कलाकृति या मशीन से बनी कलाकृति, होजरी, परिधान उद्योग जिसमें कच्चा माल घर तक पहुँचाया जाता है और तैयार उत्पाद को विपणन केंद्र तक ले जाया जाता है। विकलांग लोगों के हाथों से बने ऐसे सामान को बेचकर हम निश्चित रूप से उनकी मदद कर सकते हैं। ऐसे विकलांग लोग शारीरिक रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने में सक्षम नहीं होते हैं, उन्हें सार्वजनिक परिवहन या अपने स्वयं के वाहनों में यातायात जैसी कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके लिए उन्हें घर पर ही कच्चा माल मिल सके तथा तैयार माल के परिवहन की व्यवस्था संस्था द्वारा की जा सके तो रोजगारोन्मुखी कार्य अवश्य हो सकता है।यदि समाज के कई एनजीओ, संगठन जुड़ जाएं तो निश्चित रूप से सरकार की जिम्मेदारी कम हो जाएगी और जरूरतमंद लोगों की सामाजिक एवं आर्थिक समस्याओं का समाधान कर परिणामलक्षी कार्य किया जा सकेगा।
इस अवसर पर कमलेशभाई पटेलने अपने उद्बोधन में संस्था के पेट्रन चेरमेन एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष मगनभाई पटेल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि समाज के ऐसे दानदाताओं एवं भामाशाओ के सहयोग से ही हम अपनी कला को देश और दुनिया में प्रस्तुत कर सकते हैं। मगनभाई पटेल जैसे समाजसेवियों के आर्थिक सहयोग से ही ऐसे कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किये जा सकते हैं।हम लोग शारीरिक रूप से विकलांग हैं लेकिन मानसिक रूप से नहीं,जो व्यक्ति किसी विकट परिस्थिति मे मानसिक रूप से टूट जाता है उसे विकलांग कहा जाता है। लेकिन अगर आपमें आत्मविश्वास है तो दुनिया में ऐसा कोई काम नहीं है जिसे एक सामान्य व्यक्ति कर सकता है और एक विकलांग व्यक्ति नहीं कर सकता और यह बात कमलेशभाई पटेल ने अपने नृत्य प्रदर्शन से साबित कर दी है।
इस अवसर पर संस्था के प्रमुख बाबूभाई साबूवाला ने मगनभाई पटेल को शॉल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया ,साथ-साथ मे ज़िओन ग्रुप के एम.डी अंकुरभाई भालोदिया को भी शॉल एव स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में विक्रम मसार, यूसुफ मनपारा, राकेश पटेल, मिताली सोनी, शब्बीर मीर, जनार्दन पटेल, रेवाबेन, वंदना सेवक, नसीर खान, राशिद शेख, फिरोज फाइटर, चिराग शाह, कृतिकाबेन जैसे गायकों ने इस कार्यक्रम में विभिन्न फिल्मी गाने कराओके से प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम में भाग लेनेवाले सभी विकलांग और दिव्यांग कलाकारों को भी स्मृति चिन्ह देकर सन्मानित किया गया।