By निधि अविनाश | Jun 29, 2022
हाल ही में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर क्राउडसोर्सिंग बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है। कई लोगों ने क्राउडसोर्सिंग प्लेटफॉर्म पर अपना पंजीकरण कराना शुरू कर दिया है।अगर कोई व्यक्ति बीमार है और इलाज का खर्च नहीं उठा सकता है तो ये क्राउडसोर्सिंग प्लेटफॉर्म काफी मदद करते हैं। 'क्राउडसोर्सिंग प्लेटफॉर्म की बदौलत कई लोग बड़ी बीमारियों की चपेट से बाहर निकलने की कोशिश करते हैं। हालांकि ऐसे प्लेटफॉर्म पर बदमाशों और साइबर क्राइम का भी खतरा सबसे अधिक होता है। ऐसे कई उदाहरण है, जो मदद के नाम पर फर्जी दस्तावेज दिखाकर पैसे लुटते है। ऐसा ही कुछ निकोल एल्कब्बास नाम की 44 वर्षीय महिला ने किया है।
इंग्लैंड के केंट की रहने वाली निकोल ने एक क्राउडसोर्सिंग वेबसाइट पर फर्जी अकाउंट बनाया। वहां निकोल ने कहा कि उसे डिम्बग्रंथि के कैंसर का पता चला है और उसे इलाज के लिए स्पेन जाना है। महिला ने शारीरिक रूप से बीमार होने का बहाना बनाकर गो फंड मी नाम की वेबसाइट से 43 लाख रुपये जुटाए। करीब 600 लोगों ने उनके इलाज के लिए आर्थिक मदद की। हालाँकि, बाद में पता चला कि वह उस पैसे से विदेश चली गयी जहां उसने उन पैसो से जुआ खेला और जमकर शॉपिंग भी की।महिला पर गो फंड मी की ओर से धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। महिला ने अदालत को बताया कि उसकी पहले ही तीन सर्जरी हो चुकी हैं और उसने कीमोथेरेपी शुरू कर दी है। हालांकि, जांच के बाद पुलिस को पता चला कि पूरी घटना को अंजाम दिया गया था। निकोल एल्कब्बास नाम की किसी भी महिला को हाल ही में स्पेन के एक अस्पताल में कैंसर के इलाज के लिए भर्ती नहीं कराया गया है। अदालत में निकोल को दोषी पाया गया है। अदालत ने उन्हें 2 साल 9 महीने कैद की सजा सुनाई।