By अनन्या मिश्रा | Apr 23, 2025
कार्डियो एक्सरसाइज
रोजाना 30 से 40 साल की उम्र वाली महिलाओं को कार्डियो एक्सरसाइज करना चाहिए। क्योंकि इससे आपकी दिल की सेहत में सुधार होता है और वेट कंट्रोल होता है। इसलिए रोजाना 30 मिनट जॉगिंग, वॉकिंग, स्विमिंग या साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करना चाहिए। कार्डियो करने से उम्र के साथ हार्मोन असंतुलन भी ठीक होता है।
पिलाटेज
रोजाना 20 से 25 मिनट तक पिलाटेज एक्सरसाइज करने से महिलाओं की कोर स्ट्रेंथ मजबूत होती है और बैलेंस को मेंनटेन करने में सहायता मिलती है। वहीं 30 उम्र के बाद कमर, पीठ और शरीर के दर्द से राहत मिलती है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से महिलाओं की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इसलिए रोजाना पुशअप्स, स्क्वाट्स और वेट लिफ्टिंग जैसी एक्सरसाइज करना महिलाओं के लिए फायदेमंद होता है।
हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग
वहीं 30 साल की उम्र के बाद मेटाबॉलिज्म को स्ट्रांग बनाने और वेट लॉस में हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग लाभकारी होती है। यह एक्सरसाइज करने से शरीर की एक्स्ट्रा कैलोरी कम करने और फिट रहने में सहायता मिलती है।
ब्रीदिंग और बैलेंसिंग एक्सरसाइज
बता दें कि सांस संबंधित एक्सरसाइज जैसे डीप ब्रीदिंग और प्राणायाम करने से मानसिक तनाव कम होता है। वहीं रोजाना ब्रीदिंग करने से शरीर को पर्याप्त रूप से ऑक्सीजन मिलता है, जिससे शरीर का विषाक्त पदार्थ बाहर निकालने में सहायता मिलती है। वहीं बैलेंस एक्सरसाइज करने से सही तरीके से चलने और उठने-बैठने में आसानी होती है।