भारत और गुयाना में महिला राष्ट्रपति, PM मोदी बोले- दोनों ही देश महिला सशक्तिकरण के रोल मॉडल

By अभिनय आकाश | Nov 21, 2024

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज की चर्चाओं में मैंने भारत के लोगों के प्रति उनके स्नेह और आदर को महसूस किया। भारत भी गुयाना के साथ हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए तैयार है। दो लोकतंत्रों के रूप में हमारा सहयोग केवल द्विपक्षीय संबंधों के लिए नहीं बल्कि पूरे ग्लोबल साउथ के लिए महत्वपूर्ण है। अनेक नदियां, झरना और झीलों से समृद्ध गुयाना को 'अनेक जलों की भूमि' कहा जाता है। जिस प्रकार से गुयाना की नदियां यहां के लोगों की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा हैं, उसी प्रकार भारत की गंगा, यमुना और ब्रह्मपुत्र जैसी महान नदियां हमारी प्राचीन सभ्यता का जन्म स्थल रही है। भारत और गुयाना के बीच समानताओं के ऐसे कई उदाहरण हैं जो हमारे ऐतिहासिक संबंधों और भी गहरा करते हैं।

इसे भी पढ़ें: भारत के लिए अवार्ड ऑफ ऑनर लेकर गदगद हुए PM मोदी, मिला डोमिनिका का राष्ट्रीय सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए मैं अपने मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। यह सम्मान केवल मेरा नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है। यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है। जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा। भारत और गुयाना संबंध हमारे साझा इतिहास, सांस्कृतिक धरोहर और गहरे आपसी विश्वास पर आधारित है। इन संबंधों को अभूतपूर्व ऊंचाईयों तक ले जाने में राष्ट्रपति इरफान अली का निजी रूप से बहुत बड़ा योगदान रहा है उनके नतृत्व में हम हर दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi NewsRoom: Gautam Adani पर US में गंभीर आरोप लगते ही Congress ने PM Modi को घेर लिया

गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने कहा कि प्रौद्योगिकी, नवाचार और डिजिटलीकरण का उपयोग देशों के बीच दूरियां बढ़ाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। अंतर और गरीबी को कम करने और दुनिया को एक साथ लाने के लिए ये प्रगति की जानी चाहिए... भारत नई प्रौद्योगिकी नवाचार का समर्थन कर रहा है और पीएम मोदी ने CARICOM में हमें याद दिलाया कि आप इस CARICOM परिवार के सदस्य हैं। हम चाहते हैं कि आप जानें कि हम आपको इस CARICOM परिवार के सदस्य के रूप में मानते हैं... यह एक द्विपक्षीय बैठक थी जो अलग थी। यह विचारों का मिलन था, विचारों का आदान-प्रदान था और चुनौतियों से उबरने में एक-दूसरे की मदद करने की प्रतिबद्धता थी।

प्रमुख खबरें

Maharashtra: सत्ता में आने पर कौन बनेगा महायुति से मुख्यमंत्री? श्रीकांत शिंदे ने दिया बड़ा बयान

अब बस भी करो...अडानी-मोदी पर अटैकिंग मोड में थे राहुल गांधी, तभी माइक्रोफोन हो गया बंद, तो क्या जयराम रमेश ने कटवा दी बिजली?

फर्स्ट वेडिंग एनिवर्सरी को खास मानने के लिए ऋषिकेश की इन 3 जगहों पर बनाएं घूमने का प्लान

जेल से रिहा होते ही फिर दूसरे मामले में गिरफ्तार इमरान खान, 474 दिन से जेल में बंद हैं पूर्व PM