By अंकित सिंह | Aug 09, 2021
टोक्यो ओलंपिक समाप्त हो गया है। भारत ने इस ओलंपिक में कुल 7 पदक जीते जिसमें एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य पदक शामिल हैं। लेकिन इस ओलंपिक में सबसे ज्यादा चर्चा हॉकी टीम खासकर महिला हॉकी टीम की रही। महिला हॉकी टीम अपने जुझारूपन और दिलेरी से इतिहास रखने में कामयाबी हासिल की। हालांकि यह बात भी सच है कि उनका इस ओलंपिक में पदक जीतने का सपना टूट गया। उन्हें सेमीफाइनल में हार का सामना करना। भारतीय महिला हॉकी टीम को लेकर देश में तरह-तरह के सम्मान का ऐलान किया गया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी भारतीय महिला टीम के लिए पुरस्कार का ऐलान किया है। शिवराज ने कहा कि हमारी महिला हॉकी टीम ने ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया। वे भले ही हार गए हों, लेकिन उन्होंने देश का दिल जीत लिया। हमने तय किया है कि इस टीम की सभी सदस्य बेटियों को 31-31 लाख रुपये की निधि से सम्मानित किया जाए। मुझे विश्वास है कि भविष्य में हमारी बेटियां जीतेंगीं।
इसी पर भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच रहे शोर्ड मारिन ने बड़ा बयान दिया है। शोर्ड मारिन ने कहा कि हमारी चैंपियन के लिए यह अच्छी खबर है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टीम के सभी खिलाड़ियों को 31-31 लाख रुपए देने की घोषणा की है जो थोड़े अंतर से मेडल जीतने से चूक गईं। आपको बता दें कि भारतीय महिला हॉकी टीम को ब्रिटेन ने तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के रोमांचक मुकाबले में उसे 4.3 से हरा दिया। भारतीय महिला टीम ने सेमीफाइनल में पहुंचकर पहले ही सफलता के नये मानदंडों को छू लिया था। कांस्य पदक जीतने के करीब भी पहुंची लेकिन रियो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता दुनिया की चौथे नंबर की ब्रिटिश टीम ने उसके साथ करोड़ों भारतीयों का भी दिल तोड़ दिया। इससे एक दिन पहले ही भारतीय पुरूष टीम ने जर्मनी को 5.4 से हरााकर 41 साल बाद कांस्य पदक जीता था।