By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 24, 2018
नयी दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एकीकृत आधार पर 1,889 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 13.8 प्रतिशत कम है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 2,191.80 करोड़ रुपये का शुद्ध एकीकृत मुनाफा हुआ था। हालांकि आलोच्य अवधि के दौरान कंपनी का परिचालन से प्राप्त राजस्व 13,423.40 करोड़ रुपये की तुलना में 8.30 प्रतिशत बढ़कर 14,541 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
कंपनी ने कहा कि उसके निदेशक मंडल ने अरुंधति भट्टाचार्य को अतिरिक्त निदेशक बनाने को मंजूरी दे दी। कंपनी ने कहा कि भट्टाचार्य को पांच साल के लिए नियुक्त किया गया है और यह नियुक्ति एक जनवरी 2019 से प्रभावी होगी। इस नियुक्ति को अभी कंपनी के शेयरधारकों की मंजूरी मिलनी शेष है।
विप्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक मंडल के सदस्य आदिब अली जेड नीमचवाला ने कहा, ‘‘विप्रो ने राजस्व तथा मुनाफा वृद्धि दोनों आधार पर अच्छी तिमाही दी है। हमें इस दौरान हमारा अब तक सबसे बड़ा सौदा मिला है तथा स्थिर मुद्रा के संदर्भ में हमारी कारोबारी इकाइयों ने चार प्रतिशत से अधिक की दर से वृद्धि की है। मांग विशेषकर डिजिटल बदलाव तथा उपक्रम आधुनिकीकरण सेवाओं के मामले में मजबूत बनी हुई है।’’
कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी जतिन दलाल ने कहा कि कंपनी के परिचालन के पैमानों पर सतत सुधार क्रियान्वयन पर मजबूती से ध्यान देने को परिलाक्षित करता है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में स्वचालन मुनाफा बढ़ाने में अहम साबित होगा। आलोच्य तिमाही के अंत तक कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या 1,75,346 रही।