By अभिनय आकाश | Nov 06, 2024
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अगर मैं चुनाव जीत गया तो रूस और यूक्रेन की जंग को 24 घंटे में बंद करा दूंगा। भले ही 24 घंटे में ऐसा संभव नहीं हो पाए। लेकिन इसके पीछे ये साफ संकेत है कि यूक्रेन को सपोर्ट जरूर बंद या कम किया जा सकता है। जैसे ही अमेरिकन सपोर्ट यूक्रेन को कम होगा तो ये जाहिर सी बात है कि शांति वार्ता की पहल तेज हो जाएगी। वाटो और अमेरिका के समर्थन से ही यूक्रेन रूस के साथ अभी तक युद्ध में टिका हुआ है। इस बात की संभावना काफी तेज है कि ट्रंप के सत्ता संभालते ही यूक्रेन को सपोर्ट कम होगा और युद्ध बंद होने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे। डोनाल्ड ट्रंप अगर जीत जाते हैं तो धीरे धीरे करके जहां जहां अमेरिकन सेना है वहां पांव पीछे खींचने शुरू हो सकते हैं। ये एक बड़ा मुद्दा रहा है और इसको लेकर इतिहास में भी काफी दवाब रहा है कि अमेरिका का बड़ा पैसा व भारी मात्रा में सैनिक भी वहां पर जा रहे हैं। लेकिन मीडिल ईस्ट पर नजर घुमाए तो इजरायल को सपोर्ट न करने का फैसला मुश्किल भरा हो सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल में भारत के आंतरिक मामलों में दखल न देने पर जोर दिया था। इन सब के बावजूद कमला हैरिस खुद को भारत के ज्यादा करीबी होने का दावा करती हैं क्योंकि उनकी मां भारतीय हैं। इसके अलावा ट्रंप के आने से भारत की मदद से रूस यूक्रेन का युद्ध भी रुक सकता है। ट्रंप ने खुद ही कहा है कि वो जीते तो लड़ाई रुकवा देंगे। अमेरिका और पश्चिमी देशों को मिलाकर लगभग 80 देश यूक्रेन का जंग में साथ दे रहे हैं। लगभग करोड़ो के हथियार यूक्रेन को दिए जा चुके हैं। एक साल के अंदर यूक्रेन को हजारों एंटी टैंक मिसाइलें मिल चुकी हैं। फिर भी रूस ने यूक्रेन में तबाही मचा रखी है। जीतना तो दूर यूक्रेन का युद्ध में टिक पाना मुश्किल नजर आ रहा है।
उन्होंने कहा था कि मत भूलो, बुश के रहते उन्होंने जॉर्जिया पर कब्जा कर लिया। ओबामा के रहते उन्होंने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया और बाइडेन के रहते वे सब कुछ ले रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि वे सब कुछ लेने जा रहे हैं। पूरी तरह से। वे पूरे एनचिलाडा ले रहे हैं। वे सबकुछ लिए जा रहे हैं। मुझे तो यही दिखता है।