By अभिनय आकाश | Oct 07, 2024
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर हमें जरूरत नहीं भी पड़ी तब भी हम (पीडीपी का) साथ लेंगे क्योंकि हमें इकट्ठे चलना है। इस रियासत को बचाने लिए सबको कोशिश करनी है। मैं उनका(महबूबा मुफ़्ती) दिल से शुक्रिया करता हूं। हम लोग इकट्ठे रियासत को बनाने की कोशिश करेंगे। इससे पहले श्रीनगर के लाल चौक विधानसभा क्षेत्र से पीडीपी के उम्मीदवार जुहैव युसूफ मीर ने संकेत दिए थे कि भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए उनकी पार्टी कांग्रेस-नेकां गठबंधन में शामिल हो सकती है और यह भी कहा था कि वह कश्मीर की पहचान को बचाने के लिए इकट्ठे हो सकते हैं कि जहां तक एग्जिट पोल का संबंध है तो वह गंभीर नहीं है, यह एक टाइम पास गतिविधि है।
बीजेपी के साथ जाने की खबरों पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद उनकी पार्टी सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से कोई गठबंधन नहीं करेगी। अब्दुल्ला ने कहा कि म भाजपा के साथ नहीं जाएंगे। चुनाव में जो मत हमें मिले हैं वे भाजपा के खिलाफ हैं। मुस्लिमों को वे मुश्किल में डालते हैं, उनकी दुकानों, मकानों, मस्जिदों और विद्यालयों पर बुलडोजर चलाते हैं, आप समझते हैं कि हम उनके साथ जाएंगे?
जम्मू कश्मीर की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए होने वाली मतगणना को लेकर सभी जिला मुख्यालयों पर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। इससे पांच साल पहले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त किये जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में पहली निर्वाचित सरकार बनने का मार्ग प्रशस्त होगा। निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू कश्मीर में सभी 20 मतगणना केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जहां मंगलवार को मतों की गिनती होगी। जम्मू कश्मीर में 2014 के बाद पहला विधानसभा चुनाव तीन चरणों में हुआ, जिसमें 18 सितंबर को पहले चरण में 24 सीट पर मतदान हुआ। दूसरे चरण का मतदान 18 सितंबर को हुआ, जिसमें 26 सीट पर मतदान हुआ जबकि शेष 40 सीट के लिए तीसरे और अंतिम चरण में मतदान एक अक्टूबर को हुआ।