By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 19, 2019
धरमपुर। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि संसद के दोनों सदनों में बहुमत प्राप्त करने के बाद भाजपा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म कर देगी। गुजरात के वलसाड जिले के धरमपुर में एक चुनावी रैली में शाह ने यह भी कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनावों में मुख्य मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा है। शाह ने कहा कि हमने अपने घोषणा-पत्र में पहले ही कह दिया है कि लोकसभा और राज्यसभा में बहुमत प्राप्त करने के बाद हम अनुच्छेद 370 खत्म कर देंगे, ताकि कश्मीर हमेशा के लिए भारत का अभिन्न अंग बन जाए। गौरतलब है कि अभी राज्यसभा में भाजपा का बहुमत नहीं है। वलसाड से मौजूदा सांसद एवं भाजपा उम्मीदवार डॉ. के सी पटेल के पक्ष में प्रचार के दौरान शाह ने यह बात कही।
इसे भी पढ़ें: मोदी के समर्थन में आये ‘तूफान’ ने विपक्षियों को साथ आने पर मजबूर किया: भाजपा
गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर 23 अप्रैल को मतदान होना है। शाह ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ विकास की नहीं है। इस बात में कोई शक नहीं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में विकास हुआ। इस बार मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा है और सिर्फ मोदी एवं भाजपा ही यह दे सकती है। उन्होंने कहा कि सिर्फ मोदी ही भारत को महाशक्ति बना सकते हैं। पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की ओर से आतंकी शिविरों पर किए गए हवाई हमले का जिक्र करते हुए शाह ने आरोप लगाया कि जब पूरा देश जश्न मना रहा था, उस वक्त कांग्रेस मातम मना रही थी। शाह ने कहा कि पाकिस्तान क्यों निराश है, यह तो हम समझ सकते हैं। लेकिन आतंकवादियों के मारे जाने पर राहुल गांधी की पार्टी क्यों मातम मना रही है?
इस बीच, पुणे में शाह ने कहा कि भाजपा बारामती लोकसभा सीट पर ‘बड़े अंतर’ से जीत दर्ज करेगी। उन्होंने साफ किया कि इस सीट पर भाजपा और राकांपा के बीच कोई दोस्ताना लड़ाई नहीं है। गौरतलब है कि बारामती लोकसभा सीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का गढ़ मानी जाती है और राकांपा सुप्रीमो शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले इस सीट से पार्टी की उम्मीदवार हैं। भाजपा ने कंचन राहुल कुल को अपना उम्मीदवार बनाया है। वह राष्ट्रीय समाज पक्ष के विधायक राहुल कुल की पत्नी हैं। एक चुनावी रैली में शाह ने कहा कि बारामती में मेरी रैली की योजना नहीं थी, क्योंकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अच्छा काम कर रहे हैं और इसलिए पार्टी को महाराष्ट्र में मेरी रैलियां कम करनी पड़ी। लेकिन ऐसी अफवाह फैलाई गई है कि भाजपा और पवार के बीच दोस्ताना लड़ाई है।
इसे भी पढ़ें: गठबंधन की सरकार बनी तो सप्ताह में प्रत्येक दिन अलग-अलग नेता प्रधानमंत्री बनेंगे : शाह
शाह ने कहा कि मैं साफ कर दूं कि भाजपा बड़े अंतर से बारामती सीट जीतने वाली है। दोस्ताना लड़ाई नहीं हो सकती, क्योंकि भाजपा ने इस सीट को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। शरद पवार 1984, 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में बारामती सीट से सांसद रह चुके हैं। उनकी बेटी सुप्रिया ने यहां से 2009 और 2014 में चुनाव जीता है।