By अनुराग गुप्ता | Oct 14, 2021
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी पारा गर्माता हुआ दिखाई दे रहा है। इसी बीच महाराष्ट्र में कांग्रेस के साथ गठबंधन में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने उत्तर प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी का साथ देने का ऐलान किया है।
क्या यूपी में चुनाव लड़ेगी एनसीपी ?
राजनीति के भीष्म पितामह माने जाने वाले शरद पवार ने उत्तर प्रदेश में एक दमदार दाव खेला है। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी विधानसभा की कुछ सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला करती है तो वह फिर अखिलेश यादव की पार्टी से परामर्श करेंगे।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में मारे गिए चार किसानों को लेकर सियासत गर्म है। तमाम विपक्षी पार्टियों ने केंद्र और राज्य सरकार को निशाने पर लिया है। इसी बीच शरद पवार ने कहा कि पहले दिन से ही भाजपा ने यह रुख अपनाया हुआ है कि किसानों की हत्या में कोई सच्चाई नहीं है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) अपराध के खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेदारी से खुद को मुक्त नहीं कर सकते। लखीमपुर खीरी की घटना की तुलना जलियांवाला बाग हत्याकांड से करने वाले राकांपा प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी के सदस्यों ने हिंसा के पहले दिन लखीमपुर खीरी का दौरा किया था।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अखिलेश यादव ने छोटे दलों के साथ गठबंधन करने का फैसला किया था। वहीं एक बार फिर से अखिलेश और चाचा शिवपाल के बीच नजदीकियां देखने को मिल रही है। प्रगतिशील समाज पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव ने बुधवार को आगरा में कहा था कि सपा के साथ गठबंधन हो जाए तो अच्छा रहेगा। हालांकि सीट बंटवारे को लेकर अभी दोनों दलों के बीच खींचतान चल रही है। शिवपाल ने कहा था कि सरकार को हटाना है तो समझौता करना पड़ेगा। कुछ हम करेंगे कुछ उनको करना होगा।