By अंकित सिंह | May 07, 2024
लोकसभा चुनाव आरक्षण के इर्द-गिर्द पूरी तरीके से घूमती नजर आ रही है। विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों के प्रचार अभियान में आरक्षण की शोर खूब सुनने को मिल रही है। भाजपा कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों पर आरोप लगा रही है कि वह ओबीसी और एससी को मिले आरक्षण का हिस्सा काटकर मुसलमान को देना चाहती है। नरेंद्र मोदी अपने सभा में इस बात का खूब जिक्र कर रहे हैं। यह भी बता रहे हैं कि किस तरीके से कांग्रेस की कर्नाटक सरकार ने रातों-रात मुसलमानों को आरक्षण देने का फैसला किया। हालांकि, कांग्रेस इस मुद्दे पर खुलकर कुछ बोल नहीं रही है। लेकिन पार्टी सामाजिक न्याय, जातिगत जनगणना और अल्पसंख्यकों के कल्याण की बात खुले तौर पर कर रही है। इन सब के बीच लालू यादव ने कुछ ऐसा बयान दे दिया जिसके बाद भाजपा को विपक्ष पर निशाना साधने का बड़ा मौका मिल गया।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद ने मंगलवार को कहा कि वह मुसलमानों को आरक्षण का लाभ देने के पक्षधर हैं। लालू ने मुसलमानों को आरक्षण का लाभ दिए जाने की वकालत करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा संविधान और लोकतंत्र को खत्म करके आरक्षण समाप्त करना चाहती है। उन्होंने कहा, ‘‘मुसलमानों को आरक्षण तो मिलना ही चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि आरक्षण का आधार धर्म नहीं बल्कि सामाजिक पिछड़ापन होता है। को इतनी सी भी समझ नहीं है। मंडल कमीशन हमने लागू करवाया है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा चुनावी रैलियों में ‘‘जंगल राज’’ का हौवा खड़ा कर लोगों को डराने में लगी हुई है। राजद सुप्रीमो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘‘अबकी बार 400 पार’’ नारे पर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि चुनाव परिणाम विपक्षी गठबंधन ‘‘इंडिया’’ के पक्ष में रहेंगे।
मुसलमानों के लिए आरक्षण को लेकर लालू प्रसाद के बयान पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस और ‘इंडी’ गठबंधन की खतरनाक साजिश बेनकाब हो चुकी है। लालू का बिना नाम लिए उन्होंने कहा कि चारा घोटाले का एक आरोपी नेता जो जमानत पर बाहर है, मुसलमानों के लिए आरक्षण की वकालत कर रहा है। वह कहते हैं कि मुसलमानों को आरक्षण दिया जाना चाहिए, और इसका मतलब है कि एससी/एसटी और ओबीसी के पास जो भी आरक्षण है, वह मुसलमानों को देना चाहते हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राजद प्रमुख की टिप्पणी से यह स्पष्ट हो गया है कि अगर इंडिया ब्लॉक सत्ता में आया तो संविधान की मूलभूत संरचना में बदलाव करके मुसलमानों को आरक्षण प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि लालू के द्वारा अपने बयान में इस्तेमाल किया गया यह शब्द 'पूरा का पूरा' बेहद गंभीर है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि इंडिया ब्लॉक एससी, एसटी और ओबीसी के हिस्से से मुसलमानों को आरक्षण देना चाहते हैं।
लालू यादव के इस बयान के बाद से जिस तरीके की राजनीति हो रही है, उससे इतना तो साफ है कि आने वाले लोकसभा चुनाव के चरणों में भी इसकी खूब चर्चा होगी। लालू के बयान पर भाजपा छक्का मारने में कामयाब होती है या विपक्ष को विकेट मिलता है, इस पर सभी की नजर रहेगी। लेकिन भाजपा को लालू के बयान के बाद मन मांगी मुराद मिल गई है। तभी तो पीएम मोदी सहित भाजपा के तमाम नेता यह दावा कर रहे हैं की जिस बात की आशंका वे शुरुआत से जाता रहे थे, उस पर आज मुहर लग गई है। ऐसे में भाजपा के पास एक बड़ा मौका है कि वह मुस्लिम आरक्षण का भय दिखाकर ओबीसी और एससी/एसटी कैटेगरी के वोटर को अपने पाले में कर सके। दूसरी ओर लालू के बयान के बाद कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों को अपनी रणनीति में बदलाव करने की आवश्यकता होगी। लेकिन बीजेपी आरक्षण को लेकर जिस तरीके का दावा शुरुआत से ही कर रही है, उसमें कहीं ना कहीं विपक्ष अब फंसता हुआ दिखाई दे रहा है।