By अंकित सिंह | Dec 09, 2024
महाराष्ट्र और हरियाणा में कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन की हार के बाद खलबली मची हुई है। टीएमसी और ममता बनर्जी इसके लिए कांग्रेस पर सवाल खड़े कर रही है। टीएमसी का दावा है कि ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करना चाहिए। इसी को लेकर जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया ब्लॉक की कोई बैठक नहीं हुई है, इसलिए नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं उठता। एक बैठक होने दीजिए और अगर ममता बनर्जी चाहें तो उन्हें नेतृत्व का दावा करने दीजिए। इस बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री के बांग्लादेश दौरे पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में कुछ तनाव जरूर हैं। विदेश सचिव वहां बैठकें कर रहे हैं और हालात सुधारने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह एक पड़ोसी देश है और स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि हम अपने दोस्त बदल सकते हैं लेकिन अपने पड़ोसी नहीं। पड़ोसियों से अच्छे रिश्ते रखना हमारी मजबूरी है। वहीं, रोहिंग्या मुद्दे पर पर उमर अब्दुल्ला ने बड़ी बात कही है।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह एक मानवीय मुद्दा है। केंद्र सरकार को तय करना चाहिए कि उनके बारे में क्या करना है। यदि वे कर सकते हैं तो उन्हें उन्हें वापस भेज देना चाहिए। और अगर हम उन्हें वापस नहीं भेज सकते, तो हम उन्हें भूख या ठंड से मरने नहीं दे सकते। उन्होंने कहा कि जब तक वे यहां हैं, हमें उनकी देखभाल करनी होगी। हम उन्हें यहां नहीं लाए हैं। अगर केंद्र सरकार की नीति बदल गई है तो जहां चाहे ले जाएं। लेकिन जब तक वे यहां हैं, उनके साथ जानवरों जैसा व्यवहार नहीं किया जा सकता। वे इंसान हैं और उनके साथ इंसानों जैसा ही व्यवहार किया जाना चाहिए।'