By अंकित सिंह | Apr 15, 2025
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी अब भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा नहीं है। पार्टी प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने सोमवार को घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि उनकी पार्टी बिहार में अब राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन में शामिल हो सकती है। पशुपति कुमार पारस ने तेजस्वी यादव और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच आज हुई बैठक को काफी सफल बताया है। इसका मतलब साफ है कि वह महागठबंधन में शामिल हो रहे हैं।
पशुपति कुमार पारस ने कहा कि यह एक अच्छी शुरुआत है। हमारी राय है कि इस महीने के अंत तक INDIA गठबंधन के लोगों को बुलाया जाए और एक योजना के तहत वे बिहार भर के 38 जिलों में एकजुट होकर लोगों के बीच जाएं और अपनी बात रखें। अगस्त तक हमारी पार्टी की योजना बिहार के जिलों में जाकर संगठन को मजबूत करने और समर्थकों की समस्याओं का समाधान करने की है। निश्चित रूप से एनडीए गठबंधन को हराने के लिए INDIA गठबंधन को मजबूत करना होगा और सभी छोटी पार्टियों को साथ लाना होगा। बिहार में लोग बदलाव के मूड में हैं। हमने देखा है कि दलित समुदाय एनडीए गठबंधन से नाराज है।
इससे पहले सोमवार को घोषणा करते हुए पारस ने कहा कि दलित पार्टी होने के कारण उनकी पार्टी को अन्याय का सामना करना पड़ा और एनडीए की बैठकों में बिहार में भाजपा और जेडीयू के प्रदेश अध्यक्षों ने उनकी पार्टी का कोई जिक्र नहीं किया। पारस ने कहा, "मैं 2014 से एनडीए के साथ हूं। आज मैं घोषणा करता हूं कि अब से मेरी पार्टी का एनडीए से कोई संबंध नहीं रहेगा।" अपनी पार्टी के राजनीतिक भविष्य के बारे में बात करते हुए पशुपति पारस ने कहा, ''अगर महागठबंधन हमें सही समय पर उचित सम्मान देता है, तो हम भविष्य में राजनीति के बारे में जरूर सोचेंगे।'' पारस ने इस साल आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के साथ कई बैठकें की हैं।