By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 24, 2019
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अपने मंत्रिमंडल सहयोगी नवजोत सिंह सिद्धू का विभाग बदलना चाहते थे क्योंकि वह स्थानीय निकाय विभाग को कुशलतापूर्वक नहीं संभाल पा रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव के दौरान धर्मग्रंथों की बेअदबी पर सिद्धू की टिप्पणी को लेकर वह कांग्रेस आलाकमान से संपर्क करेंगे। चुनाव से एक दिन पहले सिद्धू ने 2015 में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी की जांच पर सवाल उठाए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू के बयान से बठिंडा में पार्टी के प्रदर्शन पर असर पड़ा होगा और चुनाव परिणामों के बाद वह पार्टी आलाकमान से संपर्क करेंगे।
मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि मैं सिद्धू का विभाग बदलना चाहता था क्योंकि वह अपने विभाग को कुशलतापूर्वक नहीं संभाल पा रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के शहरी इलाकों में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और सिद्धू शहरी विकास मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने विवादास्पद बयान देकर गलती की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री इस बात को नहीं समझ पाए कि धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मुद्दे की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू की पाकिस्तान के सेना प्रमुख से ‘‘यारी और झप्पी’’ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और खासकर सेना इसे बर्दाश्त नहीं करेगी जिसे आईएसआई समर्थक आतंकवादी निशाना बनाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव परिणामों के परिप्रेक्ष्य में राज्य के मंत्रियों के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी।