By अनुराग गुप्ता | Aug 25, 2021
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में जारी अंर्तकलह समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रहा है। नवजोत सिंह सिद्धू के प्रदेश पार्टी प्रमुख बनने के बाद अब उनके खेमे के नेताओं ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को बदलने की मांग तेज कर दी है और प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। हालांकि पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस अगला विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में लड़ेगी।
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने बताया कि पंजाब से हमारे कुछ सहयोगी मुझसे मिलने आ रहे हैं। साढ़े चार साल बीत गए लेकिन अचानक ऐसी स्थिति क्यों आई है जिससे विधायकों के एक बड़े हिस्से में नाराज़गी है, इसका कारण निकालेंगे और समाधान करेंगे।
इसी बीच हरीश रावत ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को बड़े दिल वाला बताया है और कहा कि वो बहुत अनुभवी व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि नेतृत्व को जो बात बताने वाली होगी वो बताऊंगा और उनका मार्गदर्शन लूंगा।
सिद्धू को नहीं सौंपी पूरी कांग्रेस
हरीश रावत ने कहा कि सिद्धू एक अलग परिवेश से आए हैं। हमने कई बातों को देखकर पंजाब का दायित्व उन्हें सौंपा है। इसका यह मतलब नहीं है कि उन्हें पूरी कांग्रेस सौंप दी गई है। अमरिंदर सिंह, सुखबिंदर सिंह रंधावा, नवजोत सिंह सिद्धू, प्रताप सिंह बाजवा, अंमिका सोनी समेत इत्यादि लोग हैं।
आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू खेमे के विधायकों ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात का समय मांगा है। विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर से पार्टी के भीतर घमासान तेज हो गया है। सिद्धू खेमे के 30 विधायकों ने सीधे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को बदलने की मांग की है। विधायकों ने साफ शब्दों में कहा है कि हमें अमरिंदर सिंह पर भरोसा नहीं है।