रक्तदान को महादान माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि किसी व्यक्ति के रक्त की कुछ बूंदे दूसरे व्यक्ति की जान बचा सकती हैं। लेकिन कभी-कभी रक्तदान किसी दूसरे व्यक्ति की जान भी ले सकता है। दरअसल, रक्त दान करने वाले व्यक्ति को कई तरह की बातों का ध्यान रखना चाहिए। सिर्फ बीमार होने पर ही नहीं, बल्कि टैटू बनवाने के बाद भी ब्लड डोनेट करने से बचना चाहिए। डॉक्टर टैटू बनवाने के बाद कम से कम छह माह तक ब्लड डोनेट ना करने की सलाह दी जाती है। लेकिन अक्सर लोगों को इस बात की जानकारी ही नहीं होती है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि टैटू बनवाने के बाद ब्लड डोनेट क्यों नहीं करना चाहिए-
बढ़ जाता है संक्रमण का खतरा
अगर आपने हाल ही में टैटू बनवाया है तो ऐसे में ब्लड डोनेट करना सही नहीं माना जाता है। ऐसा करने से व्यक्ति में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। खासतौर से, ब्लड के जुड़ी बीमारियां जैसे हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी और एचआईवी की संभावना काफी बढ़ जाती हैं।
कब तक ना करें ब्लड डोनेट
ऐसा नहीं है कि टैटू बनवाने के बाद आप कभी भी ब्लड डोनेट नहीं कर सकते। लेकिन आपको कम से कम 6 महीने तक तो बिल्कुल भी ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए। हालांकि, अगर आप अतिरिक्त सुरक्षा चाहते हैं तो एक साल तक ब्लड डोनेट करने से परहेज करें।
इसलिए होती है समस्या
अक्सर टैटू बनवाने के बाद संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि टैटू बनवाते समय लोग हाइजीन का इस्तेमाल नहीं करते। यहां तक कि जिस सुई से बॉडी पर इंक किया जाता है, वो भी पहले से इस्तेमाल की हुई होती है। ऐसे में एक व्यक्ति के कारण दूसरा व्यक्ति बीमार हो सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप टैटू बनवाने का विचार कर चुके हैं तो आपको कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए-
- हमेशा किसी हाइजीनिक और अच्छे टैटू पार्लर से ही टैटू बनवाएं।
- अगर आपके टैटू बनवाया है तो ब्लड टेस्ट करवाने के पहले एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
- आप डॉक्टर की सलाह पर सभी जरूरी टेस्ट करवाएं और फिर ब्लड डोनेट करें।
- मिताली जैन