By अभिनय आकाश | Feb 02, 2022
भारत के राजस्थान के जयपुर जिले का एक गांव जिसे मिनी इजरायल के नाम से जाना जाता है। आज ये गांव इजरायल की खेती की एक तकनीक को अपना कर खेती में इजरायल से आगे निकल चुका है। जयपुर के आसपास के इलाके में इजरायली तकनीक से पॉलीहाउस, शेडनेट हाउस में सब्जियों की खेती करके प्रगतिशील किसान लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं। यह गांव है जयपुर से 35 किलोमीटर दूर गुढ़ा कुमावतान और बसेड़ी। इस गांव के 40 किसान ऐसे हैं जो 10 साल में करोड़पति बन गए हैं।
खेती किसानी में इजरायल को माना जाता है सबसे हाईटेक देश
खेती किसानी के मामले में इजरायल को दुनिया का सबसे हाईटेक देश माना जाता है। वहां रेगिस्तान में ओस से सिंचाई होती है, दीवारों पर गेहूं, धान उगाए जाते हैं, भारत के लोगों के लिए ये एक कल्पना है पर इजरायल की तर्ज पर राजस्थान के कुछ किसानों ने खेती शुरू की और आज सभी सालाना कर रहे हैं जोरदार कमाई।
खेमाराम तकनीक को गांव लेकर आए
इस तकनीक को गांव में लाने वाले हैं खेमाराम जो साल 2012 में राजस्थान सरकार के सहयोग से इजरायल गए। वहां पर कम पाने के बावजूद कंट्रोल एन्वारमेंट में पॉलीहाउस की खेती को देखा और समझा। फिर वापस लौटकर पहला पॉलीहाउस लगाया। खेमाराम के अनुसार उनके ऐसा करने पर गांव और परिवार के लोग उनका मजार उड़ाया करते थे। गांव के लोग खेमाराम को पागल तक बोलते हुए कहते थे कि- टेंट और तंबूओं से भी कोई खेती होती है क्या? खेमाराम के परिवार के लोगों को भी लगता था कि मैं निवेश के नाम पर लाखों रुपये बर्बाद कर रहा हूं। लेकिन इसके बाद जो परिणाम आया उसने मुझे, मेरे परिवार और समूचे गांव वालों को हैरान कर दिया। मुझे लाखों रुपए का मुनाफा होने लगा। यह बात जब गांव के लोगों तक पहुंची तो धीरे-धीरे उन्होंने भी यह टेक्नीक अपनाई।
40 किसान करोड़पति
गांव में इजरायल टेक्नीक से खेती और तरीके बदलने के बाद यहां के किसानों की किस्मत बदल चुकी है। 40 किसान ऐसे हैं जो करोड़पति है। गांव के 6 किलोमीटर एरिया में 300 से ज्यादा पॉलीहाउस गुढ़ा कुमावतान में 6 किलोमीटर के इलाके में बहुत से ऐसे किसान है जिन्होंने सरकारी के अलावा खुद के खर्चे पर पॉलीहाउस बनाए है। 20 किसान तो ऐसे हैं जिन्होंने अपने खर्च पर 5 से 10 तक पॉलीहाउस लगा लिए हैं। किसान खेमाराम के यहां 9 पॉलीहाउस हैं।