By नीरज कुमार दुबे | Apr 02, 2025
हाल ही में खबर आई थी कि नेपाल की राजधानी काठमांडू में प्रदर्शनकारियों ने अपने देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पोस्टर लहराये थे। अब खबर आई है कि भारत में नेपाल के राजदूत शंकर शर्मा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर नेपाल-भारत संबंधों पर चर्चा की है। हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी हिंदूवादी छवि के चलते नेपाल में पोस्टर ब्वॉय बन चुके हैं। ऐसे में नेपाली राजदूत की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है। हम आपको यह भी बता दें कि हिमालयी राष्ट्र नेपाल में राजशाही की बहाली की मांग को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
नेपाली राजदूत ने इस मुलाकात के बारे में 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर अत्यंत प्रसन्नता हुई। हमने नेपाल-भारत संबंधों के विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। मैं विशेष रूप से गोरखपुर में एक प्रेरणादायी गोरखा संग्रहालय शुरू करने के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं।'' वहीं नेपाल मीडिया की खबरों में कहा गया है कि ऐसे समय जब राजतंत्र और हिंदू राष्ट्र की पुनर्स्थापना की मांग को लेकर नेपाल में जोरदार प्रदर्शन हो रहे हैं तब राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा का उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने जाना सिर्फ शिष्टाचार भेंट नहीं हो सकती। हम आपको बता दें कि भारत और नेपाल के रोटी-बेटी के रिश्ता में गोरखपुर महत्वपूर्ण कड़ी है। नेपाल और गोरखनाथ मठ का सीधा जुड़ाव रहा है और नाथ परंपरा को मानने वाले बड़ी संख्या में वहां रहते हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी से नेपाली राजदूत की मुलाकात सांस्कृतिक दृष्टि से तो महत्वपूर्ण है ही साथ ही हिंदू राष्ट्र की मांग कर रहे हिंदुओं के लिए भी इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। हम आपको यह भी बता दें कि इस साल 30 जनवरी को पूर्व नेपाल नरेश ज्ञानेंद्र व्यक्तिगत दौरे पर गोरखपुर पहुंचे थे और अगले दिन गोरखनाथ मंदिर जाकर दर्शन-पूजन भी किया था।
बहरहाल, उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया है लेकिन नेपाली मीडिया में प्रकाशित खबरों में कहा गया है कि इस मुलाकात के दौरान नेपाल में राजशाही समर्थक समूहों द्वारा हाल ही में किए गए हिंसक विरोध-प्रदर्शनों पर भी चर्चा हुई है। हम आपको बता दें कि गत शुक्रवार को काठमांडू में हिंसक आंदोलन के दौरान पुलिस के साथ संघर्ष में दो आंदोलनकारियों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गये थे।