By अंकित सिंह | Jun 19, 2023
प्रभासाक्षी के खास साप्ताहिक कार्यक्रम चाय पर समीक्षा में इस सप्ताह हमने कर्नाटक में कांग्रेस सरकार द्वारा पिछले सरकार के फैसले को जो पलटा जा रहा है, उस पर चर्चा की। साथ ही साथ नेहरू स्मारक को लेकर जो कांग्रेस सवाल उठा रही है, इस पर भी हमने प्रभासाक्षी के संपादक नीरज कुमार दुबे से सवाल पूछा। कर्नाटक को लेकर नीरज कुमार दुबे ने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस अपने रास्ते से भटक गई है। उन्होंने कहा कि जनता ने जिस उम्मीद से कांग्रेस को चुना था। उस उम्मीद को पूरा करते वह नजर नहीं आ रही है। कांग्रेस को पहले अपने चुनावी वादे पूरे करने चाहिए। वहीं, नेहरू मेमोरियल को लेकर हुए सियासी बवाल पर नीरज दुबे ने कहा कि सरकार ने सभी प्रधानमंत्रियों का सम्मान किया है। सरकार किसी भी इतिहास को मिटाने की कोशिश नहीं कर रही है बल्कि भारत के इतिहास को बेहतर तरीके से दुनिया के सामने रख रही है।
कर्नाटक मामला
कर्नाटक मसले को लेकर प्रभासाक्षी के संपादक नीरज कुमार दुबे ने कहा कि कांग्रेस को राज्य में जितनी सीटें मिली है उससे यह साफ होता है कि जनता ने काफी उम्मीदों से देश की सबसे पुरानी पार्टी की ओर देखा था। उन्होंने कहा कि जब आप इतनी उम्मीदों के साथ सत्ता में आए हैं तो आपने जनता से जो वादे किए हैं ,उसको सबसे पहले पूरा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर अपनी सरकार का अधिक कार्यकाल पिछली सरकार द्वारा लिए गए फैसले को पलटने में लगा देंगे, तो यह साफ तौर पर दर्शाता है कि आप अपने वादे से मुकर रहे हैं। इसके साथ ही धर्म के नाम पर आरक्षण को लेकर नीरज दुबे ने कहा है कि यह सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति को दर्शाता है। कांग्रेस के लिए एक समुदाय ने एकजुट होकर कर्नाटक में वोट किया था। कांग्रेस फिलहाल उसी को खुश करने में जुटी हुई है। नीरज दुबे ने कहा कि वह खेमा भी इससे खुश हो जाएगा। कांग्रेस के फैसलों पर नीरज दुबे ने कहा कि आप विकास की राजनीति को लेकर सत्ता में आए थे लेकिन ऐसा लग रहा है कि आप तुष्टिकरण की राजनीति की ओर बढ़ रहे हैं।
जूनागढ़ मामला
जूनागढ़ मामले को लेकर रेल दुबे ने कहा कि जब मैंने यह खबर देखी तो मैं पूरी तरीके से दंग रह गया। उन्होंने कहा कि गुजरात में सभी धर्मों को यह नोटिस जारी किया गया है कि आपके धार्मिक स्थल वैध या अवैध हैं, इसको लेकर कागजात दिखाएं। अगर कोई कागजात नहीं दिखा पा रहा है तो उसे गिराया किया जा रहा है। नीरज दुबे ने साफ तौर पर कहा कि कोई भी सार्वजनिक संपत्ति पर अवैध अतिक्रमण नहीं कर सकता। अगर कोई निर्माण गलत तरीके से हुआ है तो उसे गिराया जाएगा। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि हमें यह समझना होगा कि क्या हमारा जो धर्म है, वह हमारे संविधान से ऊपर है, हमारे देश से ऊपर है। सभी धर्मों में यही बताया गया है कि राष्ट्र धर्म सर्वोपरि है। राष्ट्र धर्म में संविधान और नियमों तथा कानूनों का पालन होना चाहिए।
नेहरू मेमोरियल पर राजनीति
नेहरू मेमोरियल कॉलेज से नीरज दुबे ने साफ तौर पर कहा कि इतिहास को कहां बदला गया है। यहां तो इतिहास में रहे सभी प्रधानमंत्रियों की उपलब्धियों को दिखाया गया है। नेहरू जी से भी संबंधित कई नई चीजों को जोड़ा गया है। उन्होंने सवाल किया कि यह कहां बदला गया है कि देश के पहले प्रधानमंत्री नेहरू नहीं थे, यह कहां बदला गया है कि उनका आजादी में कोई योगदान नहीं था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री म्यूजियम में अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों की गौरव गाथा है जिसमें नेहरू की भी गौरव गाथा शामिल है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए सभी प्रधानमंत्री सम्मानीय हैं चाहे वह किसी भी पार्टी के रहे हो। हम अटल बिहारी वाजपेयी का भी उतना ही सम्मान करते हैं जितना आईके गुजराल का।