By अनन्या मिश्रा | Jan 01, 2025
साल 2024 अलविदा कह चुका है और नए साल 2025 का आगाज हो चुका है। हर साल 01 जनवरी को देश-दुनिया में नए साल के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है। अलग-अलग देशों के लोग न्यू ईयर का स्वागत अपने-अपने अंदाज में करते हैं और इस दिन सभी जमकर जश्न मनाते हैं। हालांकि यह बातें तो हम सभी जानते हैं, लेकिन क्या आपने सोचा है कि आखिर हर साल 01 जनवरी को ही नया साल क्यों मनाया जाता है। यानी की हर साल लोग 01 जनवरी को ही न्यू ईयर क्यों सेलिब्रेट करते हैं। तो अगर आपको इसका जवाब नहीं पता है, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। क्योंकि आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बताने जा रहे हैं कि हर साल 01 जनवरी को न्यू ईयर क्यों सेलिब्रेट किया जाता है और इसका क्या महत्व होता है।
जानिए नया साल मनाने का इतिहास
वैसे तो नए साल का जश्न मनाने की परंपरा बहुत पुरानी है और यह परंपरा हजारों साल से चली आ रही है। बता दें कि सबसे पहले नए साल को मनाने का जिक्र प्राचीन बेबीलोनिया में मिलता है। करीब 4,000 साल पहले मार्च के महीने में लोग 'अकितु' नामक त्योहार मनाते थे। जोकि वसंत ऋतु का प्रतीक होता था।
वहीं 01 जनवरी को नया साल मनाने की परंपरा प्राचीन रोम से शुरू हुई थी। दरअसल, 46 ईसा पूर्व में रोम के सम्राट जूलियस सीजर ने 'जूलियन कैलेंडर' लागू किया था। इस तरह से जनवरी को साल का पहला महीना घोषित कर दिया गया। जनवरी महीने का नाम रोमन देवता 'जैनस' पर रखा गया था।
नए साल का महत्व
बता दें कि नया साल सिर्फ तारीख या फिर साल बदलने का दिन नहीं है, बल्कि यह खुद को बेहतर बनाने, पुराने साल की अच्छी यादों और उपलब्धियों का जश्न मनाने का भी मौका है। वहीं नया साल हमें नई ऊर्जा और सकारात्मकता से खुद को भरने का खास दिन होता है। नए साल की शुरूआत हमें अपने आने वाले हर दिन को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करता है।