Prabhasakshi NewsRoom: 64 साल बाद Gujarat में AICC Convention क्यों कर रही है Congress? पार्टी का बदलने वाला स्वरूप कैसे BJP को चकित कर देगा?

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By नीरज कुमार दुबे | Apr 05, 2025

Prabhasakshi NewsRoom: 64 साल बाद Gujarat में AICC Convention क्यों कर रही है Congress? पार्टी का बदलने वाला स्वरूप कैसे BJP को चकित कर देगा?

कांग्रेस पार्टी ने अपने संगठन को चुस्त दुरुस्त करने और युवाओं को ज्यादा मौके देने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है जिस पर पार्टी के अधिवेशन में मुहर लगायी जायेगी। हम आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी हर वर्ग के भीतर अपनी पहुँच बढ़ाने के लिए जल्द ही नये रंग रूप में नजर आने वाली है। यह नया रंग रूप भाजपा को भी चकित कर सकता है क्योंकि अब देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी चुनावों से ठीक पहले चुनावी तैयारी में नहीं जुटा करेगी बल्कि हर समय चुनावी मोड़ में रहेगी। बताया जा रहा है कि कांग्रेस जल्द ही देशभर में 'भारत जोड़ो यात्रा' जैसा कार्यक्रम भी शुरू कर सकती है क्योंकि उसका मानना है कि राहुल गांधी की ऐसी दो यात्राओं ने पिछले साल हुए लोकसभा चुनावों में उसे काफी फायदा पहुँचाया था।


हम आपको बता दें कि अगले सप्ताह गुजरात के अहमदाबाद में होने जा रहा कांग्रेस का अधिवेशन आगामी चुनावों की दृष्टि से पार्टी में नई जान फूंक सकता है। गुजरात में होने वाला कांग्रेस का अधिवेशन इस मायने में भी महत्वपूर्ण है कि यहां 64 साल बाद एआईसीसी का अधिवेशन हो रहा है। देखा जाये तो पार्टी के 139 साल के इतिहास में गुजरात ने सिर्फ दो बार ही इस तरह के बड़े सम्मेलन की मेजबानी की है। आखिरी बार यह सम्मेलन 1961 में भावनगर में हुआ था। हम आपको बता दें कि कांग्रेस ने अपने अधिवेशन का विषय ‘न्यायपथ: संकल्प, समर्पण और संघर्ष’ तय किया है। नौ अप्रैल को होने वाले इस अधिवेशन में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कुल 1,725 निर्वाचित और चयनित सदस्य भाग लेंगे। अधिवेशन से एक दिन पहले विस्तारित कार्य समिति की बैठक होगी जिसमें अधिवेशन के एजेंडे पर मुहर लगाई जाएगी। हम आपको याद दिला दें कि साल 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले इसी स्थान पर सीडब्ल्यूसी की बैठक हुई थी।


कार्यक्रम के अनुसार, कांग्रेस का अधिवेशन 8-9 अप्रैल, 2025 को अहमदाबाद में साबरमती नदी तट पर होने वाला है। 8 अप्रैल को विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति की बैठक सरदार वल्लभभाई पटेल स्मारक पर होगी। इस बारे में कांग्रेस का कहना है कि इस वर्ष महात्मा गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की 100वीं वर्षगांठ और सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती है। दोनों प्रतिष्ठित शख्सियतों का जन्म गुजरात में हुआ था। इसलिए अधिवेशन गुजरात में रखा गया है। हम आपको बता दें कि विस्तारित कार्य समिति की बैठक में सीडब्ल्यूसी सदस्य, स्थायी और विशेष आमंत्रित सदस्य, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, विधायक दल के नेता, परिषद नेता, केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य, कांग्रेस संसदीय दल के कार्यालय के पदाधिकारी, पूर्व मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री शामिल होंगे। पहले दिन बैठक में लगभग 169 लोग शामिल होंगे। नौ अप्रैल को एआईसीसी अधिवेशन होगा, जिसमें सांसदों, मंत्रियों और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ लगभग 1,725 निर्वाचित एआईसीसी सदस्य और सह-चयनित सदस्य भाग लेंगे। हम आपको बता दें कि कांग्रेस का पिछला अधिवेशन लोकसभा चुनावों से पहले रायपुर में हुआ था।

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उधर, गुजरात में होने वाली विस्तारित कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अधिवेशन के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। एआईसीसी अधिवेशन के लिए साबरमती रिवरफ्रंट पर एक बड़ा पंडाल बनाया जा रहा है, जबकि सीडब्ल्यूसी बैठक के लिए पटेल स्मारक के परिसर में एक और संरचना बनाई जा रही है। कांग्रेस की गुजरात इकाई ने कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं जैसे कि आवास, भोजन और मीडिया समन्वय के लिए कई समितियों का गठन किया है।


हम आपको बता दें कि सीडब्ल्यूसी की बैठक प्रातः करीब 11:30 बजे शुरू होगी। नेता इस बात पर चर्चा करेंगे कि कांग्रेस देश के लिए क्या कर सकती है और पार्टी कार्यकर्ता कांग्रेस के लिए क्या कर सकते हैं। सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक होने वाले एआईसीसी अधिवेशन में देशभर से करीब 3,000 प्रतिनिधि शामिल होंगे। एआईसीसी अधिवेशन में भाजपा की "जनविरोधी" नीतियों और संविधान पर हमले से उत्पन्न चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। साथ ही कांग्रेस के लिए रोडमैप भी तैयार किया जाएगा।


हम आपको यह भी बता दें कि अधिवेशन से पहले इस सप्ताह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के जिला अध्यक्षों से पूरे पांच साल चुनावी तैयारी में जुटने का आह्वान किया और कहा कि यह सोच ठीक नहीं है कि चुनाव के लिए 6 महीने या एक साल पहले कमर कसनी है। उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि हमें पांचों वर्ष चुनाव की तैयारी करने की आवश्यकता है। कोई ये सोचे कि चुनाव के छह महीने या एक साल पहले तैयारी करेंगे, तो ये ठीक नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के जिला अध्यक्षों को मतदाता सूची में "छेड़छाड़" रोकने के लिए भी प्रयास करना चाहिए। खरगे ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कथित सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का मुकाबला करने के लिए भी एकजुट होना का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा' की तरह फिर से मुहिम छेड़नी होगी। बताया जा रहा है कि इस मुहिम का ब्योरा कांग्रेस के अधिवेशन में सामने आयेगा।


हम आपको यह भी बता दें कि प्रोफेशनल्स को पार्टी की तरफ आकर्षित करने के लिए कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत मनमोहन सिंह के नाम पर एक ‘फेलो प्रोग्राम’ की शुरुआत की है जिसके तहत देश भर से 50 पेशेवरों का चयन किया जाएगा और उन्हें पार्टी के भीतर प्रशिक्षित करके भविष्य के नेता के रूप में तैयार किया जाएगा। डॉ. मनमोहन सिंह फेलो प्रोग्राम हर साल देश भर से 50 पेशेवरों की पहचान करेगा और उनका चयन करेगा। ये वो पेशेवर होंगे जो अपने कॅरियर के मध्य स्तर में हैं और जिन्होंने पेशेवर दुनिया में लगभग दस साल बिताए हैं। इन 50 लोगों को पार्टी के एक प्रतिष्ठित पैनल द्वारा बहुत गहन चयन प्रक्रिया के माध्यम से चुना जाएगा। एक बार चुने जाने के बाद, उन्हें कांग्रेस पार्टी के उन वरिष्ठ नेताओं द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा जो स्वयं पेशेवर पृष्ठभूमि से आए हैं।

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