Chai Par Sameeksha: Rahul Gandhi आखिर PM Modi पर निशाना साधने के लिए China का सहारा क्यों लेते हैं

By अंकित सिंह | Aug 28, 2023

प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास साप्ताहिक कार्यक्रम चाय पर समीक्षा में इस सप्ताह कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से चीन मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरे जाने और मध्य प्रदेश की राजनीति तथा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर स्कूल का वायरल वीडियो  पर हो रही राजनीति आदि मुद्दों पर चर्चा की गयी। इस दौरान प्रभासाक्षी संपादक ने कहा कि राहुल गांधी का चीन को लेकर मोदी सरकार पर नया निशाना ऐसे समय आया है जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दोनों देशों के संबंधों में सुधार के लिए बड़े निर्णय लिये हैं। देखा जाये तो राहुल गांधी लद्दाख में चीनी घुसपैठ की बात कर भारतीय सैनिकों का ही अपमान कर रहे हैं। यह सर्वविदित है कि हमारे जवान दिन-रात विपरीत मौसमी परिस्थितियों की चिंता नहीं करते हुए LAC की सुरक्षा में तैनात रहते हैं और चीन ने जब गलवान संघर्ष के दौरान आगे बढ़ने की हिमाकत करने की कोशिश की थी तो उसका करारा जवाब भी हाथोंहाथ दे दिया गया था लेकिन फिर भी राहुल गांधी कह रहे हैं कि चीन लद्दाख में घुसपैठ कर चुका है। जबकि सत्य यह है कि 1962 में देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री Nehru की रणनीतिक नाकाम की चलते चीन ने लद्दाख में काफी बड़े भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था।


प्रभासाक्षी संपादक ने कहा कि राहुल गांधी के नाना ने जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 लगाकर जो गलती की थी उसकी सजा भी जम्मू-कश्मीर ने दशकों तक भुगती लेकिन अब जब 370 को मोदी सरकार ने उखाड़ फेंका है और जम्मू-कश्मीर का पूरी तरह भारत के साथ विलय हो चुका है तो वहां के हालात में जबरदस्त परिवर्तन आया है। इसी के चलते राहुल गांधी कश्मीर में कभी बर्फबारी का मजा लेने जाते हैं तो कभी गुलमर्ग में स्कीइंग करने जाते हैं। अब वह फिर से कश्मीर पहुँचे हैं जहां उनकी मां सोनिया गांधी भी हैं।

इसे भी पढ़ें: मुजफ्फरनगर में स्कूल को चुनावी प्रयोगशाला बनाने पर तुले हैं विपक्षी दल

मध्य प्रदेश की राजनीति 

प्रभासाक्षी संपादक ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साल के अंत में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले BJP के तीन विधायकों को मंत्रियों के रूप में शामिल करके अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। मंत्रिमंडल में शामिल नये चेहरों पर गौर करें तो जहां रूठों को मनाने का प्रयास किया गया है वहीं प्रदेश के राजनीतिक और जातिगत समीकरणों को भी साधने का प्रयास किया गया है। देखना होगा कि भाजपा की इस कवायद का दो महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी को कितना लाभ मिल पाता है। 


मुजफ्फरनगर मामला

प्रभासाक्षी संपादक ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के एक निजी स्कूल में एक धर्म विशेष के बच्चे के साथ दुर्व्यवहार की जो घटना सामने आई है वह बेहद चिंताजनक है। प्रशासन को इस पूरे मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही आरोपी शिक्षिका का यदि यह आरोप सही पाया जाता है कि वीडियो कांट-छांट कर वायरल किया गया है तो ऐसा कर माहौल बिगाड़ने वालों पर भी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। वैसे प्रथम दृष्टया जो नजर आ रहा है उसके आधार पर एक बात सभी को समझनी चाहिए कि शिक्षा के मंदिरों में किसी से भी किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।

प्रमुख खबरें

Women Health Care: कितने महीनों तक बच्चे के लिए ब्रेस्टफीडिंग है जरूरी, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Kejriwal के इस्तीफे से पहले LG करेंगे बड़ा गेम! दिल्ली में लगेगा राष्ट्रपति शासन?

Delhi का अगला सीएम कौन? वरिष्ठ नेताओं के साथ केजरीवाल की वन-टू-वन चर्चा, कल विधायक दल की बैठक

कोलकाता: CM ममता बनर्जी और डॉक्टरों के बीच बैठक, क्या है पंचसूत्रीय मांग