By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 05, 2018
नयी दिल्ली। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के लिए पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन को आमंत्रित करने पर बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) पर निशाना साधा है। गंभीर मैच फिक्सिंग से भी तरह से जुड़े रहे व्यक्ति को लेकर पहले भी आपत्ति जताते रहे हें और उन्होंने ट्विटर के जरिए अपना नजरिया रखा।
गंभीर ने ट्वीट किया, ‘ईडन में आज भले ही भारत जीत गया हो लेकिन मुझे दुख है कि बीसीसीआई, सीओए और कैब हार गए। ऐसा लगता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ शून्य सहिष्णुता की नीति रविवार को छुट्टी पर रहती है। मुझे पता है कि उसे एचसीए के चुनाव लड़ने की स्वीकृति दी गई थी लेकिन यह स्तब्ध करने वाला है। घंटी बज रही है, उम्मीद करते हैं कि अधिकार रखने वाले लोग सुन रहे हैं।’
कैब अध्यक्ष सौरव गांगुली और संयुक्त सचिव अभिषेक डालमिया से लगातार संपर्क की कोशिश की गई लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। बीसीसीआई ने वर्ष 2000 में विश्व क्रिकेट को झकझोरने वाले मैच फिक्सिंग प्रकरण में कथित संलिप्तता के लिए अजहरूद्दीन पर आजीवन प्रतिबंध लगाया था। आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने हालांकि 2012 में इस पूर्व कप्तान पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया था।
पिछले कुछ वर्षों में अजहर से जुड़े मुद्दे पर बीसीसीआई ने कभी कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया लेकिन बोर्ड के कार्यक्रमों में उन्हें नियमित तौर पर देखा जा सकता है। बोर्ड ने हालांकि अब तक उनकी लंबित राशि को स्वीकृति नहीं दी है। इस साल इससे पहले भी गंभीर ने अपनी नाराजगी जाहिर की गई थी जब मनोज प्रभाकर का नाम दिल्ली के कोच के पद के दावेदारों की सूची में शामिल किया गया था। दो साल पहले डीडीसीए को अजय जडेजा को बदलना पड़ा था जब गंभीर ने स्पष्ट किया था वह जडेजा के मार्गदर्शन में नहीं खेलेंगे। इसके बाद विजय दाहिया को कोच बनाया गया था।