By अभिनय आकाश | Jan 28, 2021
दिल्ली के लाल किले पर हुड़दंग और निशान साहिब फहराए जाने की घटना के बाद जहां सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। एक ओर जहां कांग्रेस पार्टी की ओर से इसे सरकार के खुफिया तंत्र की नाकामी बताया जा रहा है। वहीं कांग्रेस शासित राज्य के मुख्यमंत्री की ओर से इस वारदात को सिर शर्म से झुक जाने वाली घटना बता रहे हैं। अमरिंदर सिंह का रूख कांग्रेस पार्टी से अलग नजर आ रहा है। अमरिंदर सिंह ने इस घटना को देश का अपमान करार देते हुए कहा कि इससे देश को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी है और किसान आंदोलन कमजोर हुआ है। पंजाब सीएम ने लाल किला को आजाद भारत का प्रतीक बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय ध्वज को लाल किले पर फहराते देखने के लिए हजारों भारतीयों ने अपनी जान की बाजी लगाई। राजधानी में जो कुछ भी हुआ उससे मेरा सिर शर्म से झुक जाता है।
कांग्रेस के फोकस में केंद्र
एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी के ही अमरिंदर सिंह दिल्ली की घटना को शर्मिंदगी भरा बता रहे हैं वहीं कांग्रेस पार्टी ने इस घटना पर बोलने की बजाय केंद्र सरकार, खुफिया तंत्र पर ही सवाल उठाए। कांग्रेस की ओर से इस घटना को खुफिया तंत्र की नाकामी बताया गया और गृह मंत्री अमित शाह ने इस्तीफे की मांग तक कर डाली गई। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दिल्ली में हुई हिंसा को खुफिया तंत्र की विफलता बताते हुए अमित शाह को तत्तकाल उनके पद से बर्खास्त करने की मांग की। कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि किसान आंदोलन की आड़ में सुनियोजित हिंसा और अराजकता के लिए सीधे-सीधे गृह मंत्री जिम्मेदार हैं।