वर्ल्ड कप के लिए दिन नजदीक आते जा रहे है। हर चार साल बाद आने वाले क्रिकेट के इस महाकुंभ के लिए तैयारियां होनी शुरू हो गई है। हर देश अपने खिलाड़ियों से वर्ल्ड कप की ट्रॉफी चाहता है। 1983 और 2011 वर्ल्ड कप विजेता भारत भी तीसरी बार विश्व क्रिकेट पर राज करना चाहता है। टीम इंडिया इंग्लैंड में होने वाले 2019 वर्ल्ड कप को जीतना चाहती है। इसके लिए भारतीय टीम पिछले काफी समय से जमकर तैयारियां कर रही है। इसके साथ भी भारत के पास हर वो खिलाड़ी मौजूद है, जो अकेले दम पर मैच जिताने की काबिलियत रखता है। लेकिन सवाल यह है कि इस बार भारतीय टीम में वो कौन से गेम चेंजर होंगे जो अकेले ही भारत को मैच जिताने की काबिलियत रखते है। वह कौन से खिलाड़ी होंगे जिसके दम पर भारत विश्व चैंपियन बनने का सपना पूरा कर सकता है। क्योंकि अगर नजर डाली जाएं तो वर्ल्ड कप में हर टीम को गेम चेंजर चाहिए होते है। 1983 में कपिल के साथ मोहिंदर अमरनाथ ने भारत को चैंपियन बनाया था। उसके बाद 2011 में युवराज के साथ धोनी जीत के सिकंदर बने थे। आखिर इस बार वह कौन से खिलाड़ी होंगे जो भारत के सर पर तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियन का ताज सजाएंगे।
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वर्ल्ड कप में विराट वरदान साबित होंगे कोहली !
अगर देखे तो विराट कोहली से हर किसी को वर्ल्ड कप में बड़ी उम्मीद है। वैसे तो विराट वनडे क्रिकेट के राजा हैं। लेकिन इसकी एक वजह पिछले दो साल में विराट कोहली का शानदार प्रदर्शन हैं। वनडे में 41 शतक लगाने वाले विराट कोहली ने पिछले दो साल में 14 शतक लगाए हैं। वहीं पिछले दो साल में विराट का औसत 85.77 का रहा है। जबकि विराट का करियर औसत है 59.57 का है। जिसका मतलब पिछले दो साल में विराट कोहली बल्ले से सबसे बेस्ट दिखाई दिए है। वैसे भी धोनी के बाद विराट के पास वर्ल्ड कप में खेलने का सबसे ज्यादा अनुभव है। वहीं विराट बड़े टूर्नामेंट का बड़े खिलाड़ी साबित होते हैं। विराट ने 2011 के अपने पहले ही मैच में शानदार शतकीय पारी खेली थी। इसके अलावा अगर देखे तो विराट कोहली ने वर्ल्ड कप में अब तक 17 मैच की 17 पारी से 587 रन बनाए हैं। उनके नाम 2 शतक भी शामिल है। ऐसे में इस बात की पूरी उम्मीद है कि विराट कोहली बल्ले से एक बार फिर हिंदुस्तान के लिए गेम चेंजर साबित हो सकते हैं।
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धोनी बनाएंगे भारत को वर्ल्ड चैंपियन !
भारत को 2011 के वर्ल्ड कप में चैंपियन बनाने वाले धोनी से इस बार देश को बड़ी उम्मीदें है। धोनी इस टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ी है। वहीं उनकी शानदार रणनीति कोहली के लिए वरदान साबित हो सकती है। वहीं विराट के साथ अगर किसी दूसरे बल्लेबाज पर हर किसी की नजर है तो वो महेंद्र सिंह धोनी हैं। धोनी अपना चौथा वर्ल्ड कप खेलेगें और धोनी का ये लंबा अनुभव टीम इंडिया के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। धोनी ना सिर्फ बल्ले से बल्कि विकेट के पीछे से पूरी टीम को राह दिखाने की जिम्मेदारी निभाते नजर आएंगे।हालांकि पिछले कुछ सालों में धोनी के लचर प्रदर्शन की वजह से उनके वर्ल्ड कप खेलने पर तलवार लटकने लगी थी। लेकिन 2019 में धोनी ने अपने बल्ले से ऐसा जादू बिखेरा जिसके बाद सबको पता चल गया कि धोनी में अभी काफी क्रिकेट बाकि है और वह भारत को 2019 का वर्ल्ड कप जिता के ही दम लेंगे। धोनी ऑस्ट्रेलिया दौरे में मैन ऑफ द सीरीज बनें। वहां उन्होंने भारत को कई मैच जिताकर दिए। उसके बाद न्यूजीलैंड और फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में भी धोनी अच्छे अंदाज में नजर आएं। इसलिए विराट कोहली के साथ इस टीम में दूसरा कोई गेम चेंजर है तो वह महेंद्र सिंह धोनी ही हैं।
चाइनामैन कुलदीप बनाएंगे भारत के लिए गेम
वर्ल्ड कप में भारत के लिए चाइनामैन कुलदीप यादव तुरूप का इक्का साबित हो सकते है। कुलदीप इस समय दुनिया के शानदार फिरकी गेंदबाजों में से एक है। उनकी गेंदों को आसानी से बल्लेबाज समझ नहीं पाते है। दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कुलदीप अपने प्रदर्शन से दिखा चुके है कि वो अपने कलाई के जादू से क्या कुछ कर सकते है। इंग्लैंड में जून-जुलाई में मौसम थोड़ा गर्म हो सकता है। जिसकी वजह से वहां पिच में स्पिनरों को मदद भी मिल सकती है। जिसकी वजह से अगर कुलदीप यादव को फायदा मिला और उनकी गेंदों ने जादू दिखाना शुरू किया तो टीम इंडिया को तीसरी बार विश्व चैंपियन बनने से कोई नहीं रोक सकता है। वैसे भी कुलदीप ने जब से वनडे क्रिकेट में कदम रखा है वो बल्लेबाजों के लिए लगातार खतरे की घंटी बजा रहे है। कुलदीप ने 44 वनडे में 21.75 की औसत से 87 विकेट झटके है। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 25 रन देकर 6 विकेट है। कुलदीप का शानदार प्रदर्शन उनकी चमत्कारिक गेंदबाजी की गवाही देता है। यह बताता है कि कुलदीप का गेंद ने अगर कमाल दिखाया तो वह इंग्लैंड में टीम इंडिया के सबसे बड़े गेम चेंजर हो सकते है।
- दीपक कुमार मिश्रा