By रेनू तिवारी | Sep 18, 2022
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय विवाद मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे, जिन्होंने सोशल मीडिया पर महिलाओं के "आपत्तिजनक" वीडियो पोस्ट किए। पुलिस ने कहा कि पंजाब के मोहाली में एक निजी विश्वविद्यालय के छात्रों ने कई छात्राओं के वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने के बाद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। ऑनलाइन वीडियो शेयर करने में शामिल एक छात्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि उसने कुछ छात्राओं का वीडियो बनाया था और शिमला के एक युवक को भेजा था, जिन्होंने कथित तौर पर उन्हें सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मामले में संलिप्त लोगों को सख्त सजा मिलेगी। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में एक लड़की ने कई छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उसे वायरल कर दिया। यह बेहद संगीन और शर्मनाक है। इसमें शामिल सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। पीड़ित बेटियां हिम्मत रखें। हम सब आपके साथ हैं। सभी संयम से काम लें।’’ चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण निदेशक डॉ. अरविंदर सिंह कंग ने कहा, ‘‘हमारे द्वारा प्राथमिक स्तर पर की गई जांच में अन्य छात्राओं का वीडियो बनाने का मामला सामने नहीं आया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ पारदर्शी जांच के लिए विश्वविद्यालय अधिकारियों ने पुलिस के समक्ष प्राथमिकी दर्ज कराई है।(कुछ छात्राओं द्वारा) आत्महत्या की कोशिश और 60 छात्राओं के एमएमएस की अफवाह सही नहीं है।’’
पंजाब के स्कूली शिक्षामंत्री हरजोत सिंह बैंस ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से संयम रखने को कहा है और भरोसा दिया है कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘यह संवेदनशील मामला है और हमारी बहनों-बेटियों के सम्मान से जुड़ा है। मीडिया सहित सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। एक समाज के तौर पर यह हमारे लिए भी परीक्षा की घड़ी है।’’ एसएसपी सोनी ने लोगों से किसी अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी छात्रा के आत्महत्या की कोशिश करने का मामला सामने नहीं आया है और इस मामले में किसी की मौत नहीं हुई है। एक अन्य सवाल के जवाब में सोनी ने कहा कि मामले में फॉरेंसिक सबूत एकत्र किए जा रहे हैं। पंजाब महिला आयोग की अध्यक्षा मनीषा गुलाटी ने भी विश्वविद्यालय परिसर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं अभिभावकों की चिंता को समझ सकती हूं और उन्हें आश्वस्त करना चाहती हूं कि इस मामले की पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।’’ गुलाटी ने कहा, ‘‘यह गहन का जांच का विषय है कि महिला ने क्यों वीडियो बनाया। क्या उसने अन्य लड़कियों का वीडियो रिकॉर्ड किया यह जांच का विषय है।