By अंकित सिंह | Feb 17, 2023
राजस्थान में कांग्रेस के भीतर सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है। इस साल विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस लगातार पार्टी को मजबूत करने की कोशिश कर रही है। हालांकि, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट लगातार आमने-सामने ही रहता है। सचिन पायलट समर्थक विधायकों ने हाल में ही राजस्थान में बदलाव की बात की थी। उन्होंने साफ तौर पर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की थी। एक विधायक ने तो यह तक कह दिया कि अगर सचिन पायलट मुख्यमंत्री का चेहरा होते हैं तभी राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की जीत होगी। इन सबके बीच राजस्थान में सीएम का चेहरा कौन होगा, इसको लेकर सचिन पायलट से सवाल पूछा गया।
इसके जवाब में उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता राज्य में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनानी है। अपने बयान में सचिन पायलट ने कहा कि हमारा सामूहिक लक्ष्य राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाना है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैंने अपनी राय पार्टी को बता दी है। सही समय पर पार्टी के नेतृत्व द्वारा सही निर्णय लिया जाएगा। हालांकि सचिन पायलट ने अपने पत्ते नहीं खोले। गौरतलब है कि साल के अंत में राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने है। माना जा रहा है कि राजस्थान चुनाव से पहले सचिन पायलट को कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
इससे पहले सचिन पायलट समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने कहा था कि अगर सचिन पायलट को नेतृत्व देते हैं तो 100% सत्ता रिपीट होती है। जनता अगर ये चाहती है तो होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं तो बार-बार कह रहा हूं कि राजस्थान की जनता और युवा चाहती है कि सचिन पायलट अगर कांग्रेस का चेहरा होते तो सरकार दोबारा बन सकती है। इसके साथ ही कांग्रेस विधायक ने कहा कि मैं सचिन पायलट के साथ हूं अगर वो नहीं होते तो मैं चुनाव नहीं जीतता। वहीं, कांग्रेस के एक विधायक और विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने सचिन पायलट को लेकर कहा था कि यह हाईकमान पर निर्भर है, मेरे पास इसका जवाब नहीं है कि वह (सीएम) बनेंगे या नहीं।